
जयपुर. पिछले कुछ दिनों से राजस्थान के अधिकतर शहरों की हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है. एक्यूआई रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान का प्रदूषण स्तर 300 के करीब पहुंच गया है. राजस्थान के कई बड़े औद्योगिक शहर अभी भी प्रदूषित हवा से ग्रस्त है. प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्यूआई श्री गंगानगर में 296 दर्ज किया गया है. वहीं जयपुर की बात करें तो जयपुर में 155 एक्यूआई है, जो सही स्थिति में नहीं है.
राजस्थान में एक्यूआई का स्तर बढ़ते ही आंखों में जलन सहित अस्थमा रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है, लोगों में स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां सामने आने लगी है. राजस्थान के गंगानगर का एक्यूआई एक बार फिर सबसे ऊपर है.
राजस्थान में प्रदूषण के हालात
विभाग की एक्यूआई रिपोर्ट के अनुसार अजमेर में 170, अलवर में 187, भरतपुर में 254, भीलवाड़ा में 146, भिवाड़ी में 156 बीकानेर में 196 चित्तौड़गढ़ में 181, चूरू में 150, गंगानगर में 296, जालौर में 148, जोधपुर में 162, कोटा में 124, सीकर में 189, टोंक में 152 और उदयपुर में 129 हवा में प्रदूषण दर्ज किया गया है. राजस्थान में सबसे ज्यादा हवा जैसलमेर, गंगानगर और भरतपुर की खराब है.
जानिए अधिक एक्यूआई से क्या है खतरा
मौसम विभाग के अनुसार एक्यूआई अधिक होने से बीमार लोगों को समस्याएं आती हैं. इसके अलावा अधिक संवेदनशील लोगों को अधिक परेशानी हो सकती है. एक्यूआई जितना अधिक होगा, वायु प्रदूषण का स्तर उतना ही अधिक होगा और स्वास्थ्य संबंधी चिंता उतनी ही अधिक होगी. 50 या उससे कम का एक्यूआई अच्छी वायु गुणवत्ता को दर्शाता है, जबकि 250 से 300 से अधिक का एक्यूआई खतरनाक वायु गुणवत्ता को दर्शाता है.