
जौनपुर. जब अतुल ने निकिता से पूछा कि जब तुम्हें शादी नहीं करनी थी तो फिर मेरे साथ ऐसा क्यों किया। इस पर निकिता का जवाब था कि मेरे पिता को दिल की बीमारी थी। डॉक्टरों ने भी कह दिया था कि उनके पास बहुत वक्त नहीं है।
एआई इंजीनियर अतुल सुभाष के मामले में निकिता के कोर्ट में दर्ज कराए गए बयान ने कई राज उजागर किए हैं। उसने अपने बयान में जज के सामने कहा था कि शादी के बाद हम हनीमून के लिए मॉरीशस थे। उस वक्त मैंने अतुल को बताया था कि मैं शादी नहीं करना चाहती थी। और अतुल से तो और शादी नहीं करना चाहती थी। मैंने यह शादी दवाब में की थी।
अतुल को दिया था ये जवाब
जब अतुल ने निकिता से पूछा कि जब तुम्हें शादी नहीं करनी थी तो फिर मेरे साथ ऐसा क्यों किया। इस पर निकिता का जवाब था कि मेरे पिता को दिल की बीमारी थी। डॉक्टरों ने भी कह दिया था कि उनके पास बहुत वक्त नहीं है। इसके बाद मां और घर वालों ने मुझ पर दबाव बनाया और मैंने इस शादी के लिए अपनी रजामंदी दे दी।
निकिता और आरजे सिद्दीकी के बीच क्या रिश्ता
निकिता ने भरण पोषण के मामले में परिवार न्यायालय में चल रहे मुकदमे में बयान दर्ज कराया है कि अतुल उसे बच्चे के नाम पर कुछ खर्च हर महीने उसके बैंक खाते में भेजता था। बैंक खाता लखनऊ में है। इसमें पता केयर ऑफ आरजे सिद्दीकी के नाम से दर्ज है। इस बयान पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर निकिता से यह व्यक्ति कैसे संबंधित हैं। क्या निकिता इसकी वजह से तो शादी नहीं करना चाहती थी। इन सबके के बीच कई सवाल खड़े हो गए हैं और आगे इन सभी सवालों के जवाब अभी आएंगे।
निकिता के बैंक खाते के पते ने खड़े किए कई सवाल
निकिता के बयान के आधार पर न तो उसका और न ही अतुल का लखनऊ से कोई लेना देना है। निकिता जौनपुर की निवासी है और अतुल समस्तीपुर का। निकिता ने बयान में कहा है कि शादी के बाद व दिल्ली से बंगलूरू शिफ्ट हो गई, जबकि अतुल पहले से वहां कार्यरत था। अब निकिता के बैंक खाते में दर्ज इस पते ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर निकिता से यह व्यक्ति कैसे संबंधित है और निकिता ने लखनऊ में खाता क्यों खुलवाया? निकिता ने बयान में यह भी कहा है कि उसने अपने बेटे व्योम का जन्मदिन लखनऊ में मनाया था, जिसका खर्च अतुल ने भेजा था। इस बयान ने कई सवाल खड़े किए हैं।
लॉकडाउन में घरेलू काम में निकिता की मदद करता था अतुल
निकिता सिंघानिया ने परिवार न्यायालय में दर्ज बयान में यह कहा है कि शादी के कुछ दिन बाद तक उसके और अतुल के संबंध ठीक थे। दोनों हनीमून के लिए भी गए थे। अतुल उसे मानता था। निकिता ने बयान में कहा है कि कोरोना लॉकडाउन में जब घर में नौकर नहीं आते थे तो अतुल घर के काम में उसकी मदद करता था। बर्तन तक धुलवाता था।
बनारस में इलाज के दौरान हुई थी निकिता के पिता की मृत्यु
निकिता ने बयान में बताया है कि शादी के पहले से उसके पिता मनोज सिंघानिया की तबीयत बहुत खराब थी। वह हृदय रोगी थे। उनका इलाज पहले जौनपुर में चल रहा था। हालत बिगड़ने पर उन्हें बनारस दिखाया गया। वहीं इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी।