Gazab Viral – (Fixed Deposit) भारत में वरिष्ठ नागरिकों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) योजनाएं एक सुरक्षित निवेश विकल्प हैं, जो नियमित जमाकर्ताओं की तुलना में आकर्षक ब्याज दरें प्रदान करती हैं। ऐसे में आपको बता दें कि मौजूदा समय में अनेक बैंक विशेष रूप से वृद्धजनों के लिए विशेष दरें पेश कर रहे हैं, जिससे उनकी वित्तीय सुरक्षा बढ़ती है। आइए नीचे खबर में चेक कर लेते है इन बैंकों के बारे में-
इन 7 बैंकों में मिल रहा सबसे अधिक रिटर्न-
एसबीएम बैंक-
एसबीएम बैंक वरिष्ठ नागरिकों (senior citizen) को 8.25 प्रतिशत की उच्चतम ब्याज दर प्रदान करता है, जो सुरक्षित और लाभदायक निवेश के लिए उपयुक्त है।
यस बैंक-
यस बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 8 प्रतिशत की ब्याज दर के साथ एफडी का विकल्प प्रदान करता है, जो उनके निवेश को सुरक्षित और लाभदायक बनाता है। (Yes Bank FD Rates)
डीसीबी बैंक-
डीसीबी बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 8.05 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करता है, जिससे उनका निवेश सुरक्षित और लाभदायक होता है। (DCB Bank FD Rates)
बैंक ऑफ बड़ौदा-
बैंक ऑफ बड़ौदा वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर 7.75 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करता है, जो उनके निवेश को सुरक्षित और लाभदायक बनाता है। (Bank of baroda FD Rates)
एक्सिस बैंक-
एक्सिस बैंक वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर 7.60 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करता है, जिससे उनका निवेश सुरक्षित और लाभदायक होता है। (Axis Bank FD Rates)
एचडीएफसी बैंक-
एचडीएफसी बैंक तीन साल की एफडी पर वरिष्ठ नागरिकों को 7.50 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करता है, जो उनके निवेश को सुरक्षित और लाभदायक बनाता है। HDFC Bank FD Rates)
केनरा बैंक-
केनरा बैंक वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर 7.30 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करता है, जिससे उनका निवेश सुरक्षित और लाभदायक होता है। (Canara Bank FD Rates)
50,000 से अधिक ब्याज पर टीडीएस-
ब्याज दरें समय-समय पर बदलती हैं, इसलिए किसी भी निवेश से पहले संबंधित बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या निकटतम शाखा से जानकारी हासिल करना जरूरी है। विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों (senior citizen) के लिए एफडी (Fixed Deposit) पर मिलने वाले ब्याज पर कराधान के पहलुओं को समझना आवश्यक है। वित्तीय वर्ष में यदि ब्याज 50,000 रुपये से अधिक हो जाता है, तो टीडीएस ((Tax Deducted at Source) लागू हो सकता है। इस पर ध्यान देकर निवेश करने से पहले सभी पहलुओं को समझ लेना आवश्यक है, ताकि भविष्य में वित्तीय समस्याओं से बचा जा सके। सही जानकारी से बेहतर निर्णय लिया जा सकता है।