भारत के सोलर सेक्टर में $3.8 बिलियन FDI निवेश होगा, सरकार ने अहम डीटेल्स शेयर की

Solar Sector FDI: भारत में सोलर सेक्टर काफी तेज गति से बढ़ रहा है। इसी कारण विदेशी कंपनी भी भारत के सोलर सेक्टर में FDI निवेश कर रही है। सरकार बीते वित्त वर्षो में निवेश की डीटेल्स जारी कर चुकी है।

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भारत में सोलर एनर्जी में FDI बढ़ा

भारत तेजी से सोलर एनर्जी सेक्टर में एक वैश्विक हब के रूप में उभर रहा है। इसका प्रमाण हाल ही में सामने आया डेटा है, जिसके अनुसार विदेशी कंपनियों ने पिछले तीन वित्तीय वर्षों और सितंबर 2023 तक के चालू वित्तीय वर्ष में सोलर एनर्जी सेक्टर में कुल $3.8 बिलियन का विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) किया है।

भारत को सोलर एनर्जी के सेक्टर में ग्लोबल हब की पहचान मिल रही है। नए डेटा को देखे तो बीते 3 वित्त वर्षों एवं सितंबर 2023 के चालू वर्ष में विदेश की कंपनी सोलर एनर्जी में कुल 3.8 बिलियन डॉलर का निवेश (FDI) कर चुकी है। ये जानकारी देश के नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा और रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा ने इसी साल दी है। उनके मुताबिक सोलर पावर प्लांट लगाने में देशी एवं विदेशी इन्वेस्टर्स शामिल है। ये भारत के सोलर सेक्टर पर भरोसा दिखाता है।

खुबा के अनुसार सोलर पावर समेत रिनेयुएबल एनर्जी के प्रोजेक्ट्स को सेट करके ऑटोमेटिक रास्ते से 100 फीसदी FDI का फायदा मिल पाएगा। इस काम से देश के रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर के डेवलपमेंट एवं इंप्रूवमेंट का टारगेट भी पूरा होगा।

भारत के सोलर एनर्जी सेक्टर के बढ़ते ट्रेंड की फ्यूचर पॉसिबिलिटी

Future Possibilities of India's Solar Energy Sector

खूबा ने भारत के रिन्यूएबल एनर्जी इंडस्ट्री के रोमांचक टाइम की बात कही है चूंकि यहां बड़ा बदलाव होगा। सरकार भी सोलर एनर्जी को काफी तरीके से प्रोत्साहन दे रही है जैसे 30 जून 2025 तक जारी रहने वाले रिन्युएबल एनर्जी की परियोजना में ISTS फीस न लगना। साथ ही साल 2030 तक नवीनीकरण खरीद दायित्व (RPO) में एक टाइमपीरियड घोषित हुआ है और अल्ट्रा मेगा रिन्युएबल एनर्जी पार्कों की स्थापना हुई है। इससे नवीकरणीय ऊर्जा विकास करने वालो को जमीन एवं ट्रांसमिशन का फायदा मिले।

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सोलर प्रोडक्शन की योजनाएं

मंत्री खूबा ने पीएम कुसुम, सोलर रूफटॉप चरण 2, 12 हजार MW CPSU योजना चरण 2 एवं हाई कैपेसिटी के सोलर PV मॉडलों में प्रोडक्शन बेस्ड प्रोत्साहन स्कीम समेत और भी अहम स्कीम की बाते बताई। ये सभी प्रोत्साहन देश में मौजूद सोलर एनर्जी प्रोडक्शन की कैपेसिटी को बढ़ाने में मददगार हुए है। ऐसे साल 2014 में 2.8 GW से अब 73 GW तक हो चुकी है। मंत्री बताते है कि बीते 2 वित्त वर्ष में देश 12 GW से अधिक सोलर पावर प्रोडक्शन कैपेसिटी को एड कर चुका है।

हाई कैपेसिटी के सोलर PV मॉडलों में प्रोडक्शन बेस्ड प्रोसाहन की स्कीम में देश ने पूर्णतया या आंशिक तरीके से एकीकृत सोलर PV मॉड्यूल बनाने की कैपेसिटी के 48 GW की स्थापना में लेटर ऑफ अवार्ड पहले ही जारी हो गया है। ये क्षमता अक्टूबर 2024 एवं अप्रैल 2026 में कमीशन करने का प्रोग्राम है और 4 कंपनी अडवांस में इस स्कीम में आंशिक प्रोडक्शन कर रही है।

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