
नई दिल्ली: अडानी ग्रुप (Adani Group) की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने अडानी विल्मर (Adani Wilmar Share) से बाहर निकलने का फैसला कर लिया है। काफी लम्बे समय से इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि अडानी समूह, अडानी विल्मर लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी बेचने की कोशिश में जुटा है। आज इस बात पर मुहर भी लग गई। एक्सचेंज को दी जानकारी के अनुसार अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने अडानी विल्मर लिमिटेड से निकलने का फैसला कर लिया है। अडानी ग्रुप अपनी बिक्री दो चरणों में पूरा करेगा। बता दें, अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की अडानी विल्मर में कुल हिस्सेदारी 44 प्रतिशत है।
पहले चरण में अडानी ग्रुप अपना हिस्सा विल्मर इंटरनेशनल की पूर्ण मालिकाना हक वाली कंपनी Lence Pte Lte को बेचा जाएगा। वहीं, आंशिक तौर पर बिक्री पब्लिक शेयर होल्डिंग के नियमों को ध्यान में रखकर किया जाएगा।
क्या हुई है डील?
कंपनी ने एक्सचेंज को बताया है कि 30 दिसंबर को साइन की गई डील के अनुसार अडानी एंटरप्राइजेज की सब्सिडियरी कंपनी अडानी कमोडिटी एलएलपी (ACL) का अडानी विल्मर में 31.06 प्रतिशत हिस्सा Lence Pte Lte खरीदेगा। यह ट्रांसफर काल या पुट ऑप्शन मकेनिज्म के जरिए किया जाएगा।
वहीं, 13 प्रतिशत हिस्से की बिक्री न्यूनतम पब्लिक शेयर होल्डिंग के नियमों को ध्यान में रख कर किया जाएगा।
सोमवार को बाजार के बंद होने के समय पर अडानी विल्मर के शेयरों का भाव बीएसई में 329.50 रुपये के लेवल पर था। बीते 2 साल के दौरान के दौरान कंपनी के शेयरों की कीमतों में 46 प्रतिशत की गिरावट आई है। दूसरी तरफ अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर आज 7 प्रतिशत की तेजी के साथ 2593.45 रुपये के लेवल पर थे।
इनको अपना पद छोड़ना पड़ेगा
इस बिक्री के पूरा होने के बाज अडानी कमोडिटी के द्वारा नामित डायरेक्टर्स को एमएमसीजी कंपनी के बोर्ड से इस्तीफा देना होगा। वहीं, कंपनी का नाम भी बदल जाएगा। नया नाम एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस लिमिटेड, फॉर्च्यून एग्री बिजनेस लिमिटेड आदि हो सकता है। नाम पर मिनिस्ट्री का अप्रूवल भी लेना होगा।