Gurudwara Granthi Role : गुरुद्वारे में क्या- क्या काम करते हैं ग्रंथी? जिनके लिए अरविंद केजरीवाल ने किया 18000 रुपए सम्मान राशि का ऐलान

Gurudwara Granthi Role : गुरुद्वारे में क्या- क्या काम करते हैं ग्रंथी? जिनके लिए अरविंद केजरीवाल ने किया 18000 रुपए सम्मान राशि का ऐलान

Gurudwara Granthi duties Image Credit source: Praful Gangurde/HT via Getty Images

Pujari Granthi Samman Yojana: ग्रंथी सिख धर्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला व्यक्ति होता है, जो गुरुद्वारे में धार्मिक और प्रबंधकीय कार्यों को संभालता है. ग्रंथी का मुख्य उद्देश्य सिख धर्म के धार्मिक ग्रंथों की सेवा और उनके प्रचार-प्रसार को करना होता है. गुरुद्वारे में ग्रंथियों का सबसे पहला काम श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की सेवा और देखभाल करना होता है. ग्रंथी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पाठ करता है और संगत को उसके अर्थ समझाता है. जो उनका सबसे महत्वपूर्ण काम होता है.

गुरुद्वारे में ग्रंथी के कार्य

ग्रंथी सिख धर्म में एक महत्वपूर्ण पद है. वे गुरुद्वारे में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की सेवा करते हैं, जो सिखों का पवित्र ग्रंथ है. ग्रंथी के कार्य बहुत विस्तृत होते हैं और इनमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब की देखभाल से लेकर संगत की सेवा तक शामिल है. दिन की शुरुआत में श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश (स्थापना) और दिन के अंत में सुखासन (विश्राम स्थान पर रखना) करते हैं. श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के चारों ओर पवित्रता और सम्मान का ध्यान रखता है. धार्मिक कार्यक्रमों का संचालन की सारी गुरुद्वारे में ग्रंथियों के जिम्मे ही होती है. नियमित रूप से शबद-कीर्तन और आसादी वार जैसे धार्मिक गीतों का आयोजन करते हैं. हर दिन सुबह, दोपहर, और शाम के समय गुरुद्वारे में पाठ और अरदास करते हैं.

विशेष अवसरों पर धार्मिक प्रवचन की जिम्मेदारी

गुरुपर्व, शादी, नामकरण, और अन्य धार्मिक अवसरों पर प्रवचन और धार्मिक क्रियाओं का संचालन करता है. साथ ही
सिख धर्म के नियम और शिक्षाओं का प्रचार करना भी उनका मुख्य काम होता है. संगत को सिख धर्म की शिक्षाओं, इतिहास, और गुरु साहिबान की जीवनी के बारे में जानकारी देते हैं. ग्रंथी के इसके अलावा भी गुरुद्वारे में बाकी काम की देखरेख भी करते हैं. जैसे गुरुद्वारे में साफ-सफाई, लंगर की व्यवस्था, और अन्य दैनिक गतिविधियों की देखरेख करते हैं. संगत के सवालों और समस्याओं का समाधान करने में सहायता करते हैं.

समाज सेवा से जुड़े कार्य भी करते हैं ग्रंथी

श्री गुरु ग्रंथ साहिब को समाज सेवा, जैसे जरूरतमंदों की मदद, रक्तदान, और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करता है. विभिन्न समुदायों के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक एकता को बढ़ावा देते हैं. अखंड पाठ (गुरु ग्रंथ साहिब जी का लगातार तीन दिन तक पाठ) और साप्ताहिक पाठ का आयोजन करते हैं. संगत के सदस्यों को आध्यात्मिक और नैतिक समस्याओं पर मार्गदर्शन प्रदान करना भी गुरुद्वारों के ग्रंथियों का ही काम होता है. ग्रंथी का कार्य केवल धार्मिक अनुष्ठान तक सीमित नहीं है, बल्कि वह समाज और संगत को आध्यात्मिक मार्गदर्शन और सेवा प्रदान करते हैं.

क्या है पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना?

पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना दिल्ली के मंदिरों और गुरुद्वारे में काम करने वाले पुजारियों और ग्रंथियों के लिए है. इस योजना के जरिए पुजारियों और ग्रंथियों को हर महीने 18 हजार रुपये सम्मान राशि दी जाएगी.

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