सरकार ने इन 9 जिलों की कर दी मौज, 400Km एक्सप्रेसवे का दिया तोहफ़ा, जमीन मालिकों को मिलेंगे छप्पर फाड़ पैसे

सरकार ने इन 9 जिलों की कर दी मौज, 400Km एक्सप्रेसवे का दिया तोहफ़ा, जमीन मालिकों को मिलेंगे छप्पर फाड़ पैसे

गंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे श्री गंगानगर के रीको इंडस्ट्रियल एरिया बायपास से शुरू होकर कोटपूतली के मंडलाना तक जाएगा। यह 6 लेन का आधुनिक एक्सप्रेसवे है जो राजस्थान के 9 प्रमुख शहरों से होकर गुजरेगा। इन शहरों में श्री गंगानगर, रावतसर, नोहर, भादरा, सादुलपुर, पिलानी, सूरजगढ़, भुआना, नरनौल और कोटपूतली शामिल हैं।

एक्सप्रेसवे की विशेषताएं

यह एक्सप्रेसवे आधुनिक तकनीकों से तैयार किया जा रहा है। इसकी कुल चौड़ाई 6 लेन होगी और वाहन यहां 80 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल सकेंगे। इसे सड़क की सतह से 2 से 2.5 मीटर ऊंचा बनाया जाएगा ताकि दुर्घटनाओं की संभावना कम हो। दोनों तरफ ऊंची फेंसिंग लगाई जाएगी, जिससे जानवरों का एक्सप्रेसवे पर आना लगभग असंभव होगा।

यात्रा समय में क्रांतिकारी कमी

वर्तमान में गंगानगर से कोटपूतली तक का सफर करने में करीब 6 घंटे लगते हैं। लेकिन गंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद यह सफर मात्र 3 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। यह समय की बड़ी बचत है जो यात्रियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी। साथ ही, ईंधन की खपत में कमी आएगी जिससे आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ भी मिलेगा।

आर्थिक विकास को नई उड़ान

यह एक्सप्रेसवे राजस्थान के बॉर्डर एरिया को मुख्य शहरों से जोड़ने में एक अहम भूमिका निभाएगा। व्यापार और उद्योग को इससे बड़ी गति मिलेगी। पंजाब और हरियाणा जैसे पड़ोसी राज्यों के साथ भी व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे। रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर और इंडस्ट्रियल एरिया के विस्तार के लिए यह मार्ग बेहद उपयोगी साबित होगा।

सुरक्षा और यात्रा सुविधा

सुरक्षा के दृष्टिकोण से इस एक्सप्रेसवे पर हर 50 किलोमीटर की दूरी पर कट बनाए जाएंगे ताकि वाहनों की गति नियंत्रित रह सके और दुर्घटनाओं का जोखिम कम हो। एक्सप्रेसवे पर धीमी गति वाले वाहनों जैसे थ्री व्हीलर, टू व्हीलर, बैलगाड़ी और ऊंट गाड़ियों की एंट्री पर रोक होगी। इससे ट्रैफिक सुगम बना रहेगा और यात्रियों को आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा।

(FAQs)

1. गंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे का निर्माण कब तक पूरा होगा?
इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और यह अगले कुछ वर्षों में पूरा होने की उम्मीद है।

2. इस एक्सप्रेसवे से किन क्षेत्रों को सबसे अधिक लाभ होगा?
इससे राजस्थान के गंगानगर, रावतसर, भादरा, कोटपूतली जैसे शहरों को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा के साथ व्यापार में भी तेजी आएगी।

3. क्या इस एक्सप्रेसवे पर कोई टोल टैक्स लागू होगा?
हाँ, यात्रियों की सुविधा और रखरखाव के लिए टोल टैक्स की व्यवस्था होगी।

4. यात्रा में कितनी समय की बचत होगी?
इससे यात्रा समय में 3 घंटे की बचत होगी, जो वर्तमान समय की तुलना में 50% से अधिक कम है।

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