‘मैं यहां क्यों हूं’, साउथ कोरिया विमान हादसे में जिंदा बचे 2 लोगों की कहानी

नई दिल्ली। दक्षिण कोरिया में रविवार को हुए विमान हादसे में 179 लोगों की जान चली गई, लेकिन प्लेन में सवार दो लोग इस भयानक क्रैश के बाद भी जिंदगी की जंग जीत गए. लेकिन जब वे अस्पताल पहुंचे तो उन्हें इस हादसे के बारे में कुछ भी याद नहीं था. रिपोर्ट्स के अनुसार, होश में आने के बाद दोनों इस हादसे को याद नहीं कर पा रहे थे और जब उनकी हालत के बारे में सवाल पूछा गया, तो वे भ्रमित और उलझन में दिखाई दिए.

जानें कौन हैं हादसे में बचने वाले…

इस हादसे में जिन दो लोगों की जान बची है वो दोनों ही चालक दल के सदस्य हैं. इन्हें आपातकालीन कर्मियों ने अस्पताल में भर्ती कराया था. डॉक्टरों ने जब 32 वर्षीय चालक दल के सदस्य ली से उनके हाल के बारे में पूछा तो उन्होंने डॉक्टरों से सवाल किया “क्या हुआ?” और “मैं यहां क्यों हूं?”

डॉक्टर्स का कहना है कि ली की प्रतिक्रिया शॉक के कारण हो सकती है. अस्पताल के एक कर्मचारी ने कहा, “ऐसा लगता है कि वह एक लगभग पैनिक स्थिति में थे, संभवतः विमान और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे.”

विमान के पिछले हिस्से में थे ली

रिपोर्ट के अनुसार, ली विमान के पिछले हिस्से में यात्रियों की मदद के लिए तैनात थे. उन्हें इस हादसे में गंभीर चोटें आई हैं. उनका बायां कंधा टूट गया है और सिर में गंभीर चोट लगी है. हालाकि वह होश में थे और बाद में अपने परिवार के अनुरोध पर एक अस्पताल में भेजे गए.

दूसरे सर्वाइवर का क्या हाल है

इस हादसे में बचने वाले दूसरे शख्स का नाम क्वोन है जो चालक दल का हिस्सा थीं. क्वोन की भी कई हड्डियां टूट गई हैं और पेट में चोटें आईं हैं.
वह भी दुर्घटना की घटनाओं को याद नहीं कर पा रही थीं. अस्पताल अधिकारियों ने कहा कि हालांकि उनकी जान को खतरा नहीं है, उनकी स्थिति के कारण घटना के बारे में विवरण इकट्ठा करना संभव नहीं हो सका है. ली और क्वोन दोनों ही विमान के पिछले हिस्से के मलबे में पाए गए थे.

कैसे हुआ हादसा

यह दुर्घटना रविवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 9:07 बजे हुआ, जब जेजू एयर की उड़ान 2216 देश के दक्षिण-पश्चिम में मुआन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतर रहा था. विस्थानीय मीडिया के अनुसार, अधिकारियों का मानना ​​है कि विमान पक्षियों के झुंड से टकराया था, जिसके कारण उसके लैंडिंग गियर में खराबी आ गई.मान बैंकॉक से दक्षिण कोरिया लौट रहा था.

एयरपोर्ट का चक्कर लगाने के बाद विमान को लैंडिंग गियर को पूरी तरह से फैलाए बिना इमरजेंसी बेली लैंडिंग कराने की कोशिश की गई. इसके बाद विमान टूटकर टुकड़ों में बिखर गया. दुर्घटना स्थल से धुएं का घना गुबार उठने लगा.

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