इस मुस्लिम देश की महिलाएं मासिक धर्म के दौरान रहती हैं गांव से बाहर, इनकी खूबसूरती पूरी दुनिया में है मशहूर

पूरी दुनिया में 200 से अधिक देश हैं और हर जगह की कई ऐसी मान्यताएं हैं जिसने सुनकर यकीन कर पाना थोड़ा मुश्किल होता है। कुछ ऐसी मान्यताएं हैं जिन्हें लोग सदियों से निभाते आ रहे हैं।

एक देश ऐसा है जहां की महिलाओं की सुंदरता का जिक्र पूरी दुनिया में होता है। लेकिन यहां कि कई ऐसी प्रथाएं हैं जिन्हें सुनकर हर कोई हैरान रह जाएगा।

ये देश कोई और नहीं बल्कि पाकिस्तान है जहां पर एक ऐसी जनजाति रहती है जिसके बारे में कहा जाता है कि ये दुनिया की सबसे सुंदर लड़कियां हैं। ये औरतें शादी के बाद भी दूसरे मर्द के साथ भाग सकती हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में:

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से करीब 400 किलोमीटर की दूरी पर चित्राल जिला है जहां पर कलश घाटी स्थित है। कहा जाता है कि इस घाटी की महिलाएं अपनी मर्जी की मालिक होती हैं। वो अपना प्रेमी तो चुन ही सकती हैं साथ ही शादी के बाद अगर किसी दूसरे मर्द पर दिल आ जाए तो भाग भी सकती हैं।

women stay outside the village during menstruation

कलश घाटी की महिलाओं के फैसले का साथ उनके माता पिता भी देते हैं। इस जनजाति की अनूठी संस्कृति इन्हें पाकिस्तान से अलग बनाती है। (Photo: Kalash Valleys/Facebook) इस देश में शादी होते ही किडनैप हो जाती है दुल्हन, दूल्हा भी कुछ नहीं कर पाता

कलश घाटी के लोग अपनी खूबसूरती के लिए जाने जाते हैं। इन्हें कलाशा या फिर काफिर भी कहा जाता है। कलश घाटी की महिलाओं को दुनिया की सबसे सुंदर महिलाओं में गिना जाता है। ये लोग इस घाटी में सदियों से रह रहे हैं।

कलश घाटी के पड़ोस में पश्तून रहते हैं लेकिन इनकी शारीरिक बनावट पश्तूनों से काफी अलग है। कलश लोगों के गोरे रंग और हल्की आंखों के आधार पर दावा किया जाता है कि ये लोग सिकंदर महान के वंशज हैं।

इसके साथ ही कलश लोग शालक शाह को अपना पूर्वज मानते हैं। जिसे सिकंदर के सेनापति सेल्यूकस से जोड़ा जाता है जो बैक्ट्रिया का गवर्नर था।

एक और दूसरा दावा ये किया जाता है कि कलश लोग सिकंदर की सेना से पीछे छूट गए थे जिसके बाद इन्होंने कलश घाटी को अपना घर बना लिया।

कलश घाटी में रहने वाली महिलाएं पुरुषों के साथ बिना परदा के बाहर निकलती हैं। उन्हें दूसरे पुरुषों से बात करने पर कोई रोक नहीं है। यहां लोग कराते हैं डेड बॉडी की शादी? कब्र से निकालते हैं कुंवारी महिला का कंकाल

वहीं, यहां का एक रिवाज है कि मासिक धर्म और गर्भावस्था के दौरान महिलाओं और लड़कियों को गांव के बाहर एक अलग भवन में रहना होता है जिसे ‘बलाशेनी’ कहा जाता है।

मासिक धर्म के दौरान इन महिलाओं को गांव में आने की अनुमति नहीं होती है। हालांकि, वे खेतों में काम कर सकती हैं।

इस घाटी में महिलाएं शादी करने के बाद पति को छोड़ सकती हैं। इसके साथ ही अगर किसी महिला को कोई पुरुष पसंद आ जाए तो वो उसके साथ भाग जाती है और शादी करके वापस आ जाती है।

हालांकि, शादी को लेकर एक रिवाज है कि जब महिला अपने पहले पति को छोड़कर दूसरे पार्टनर को चुनती है तो दूसरे पति को दोगुनी रकम देनी होती है।

दरअसल, पहले विवाह के दौरान महिला का पूर्व पति जो पैसा खर्च करता है उसे हर्जाने के रूप में दूसरे पति को दोगुना देना पड़ता है।

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