
मुंबई के पवई इलाके में एक घटना ने आज सबको हिलाकर रख दिया. अगर मुंबई पुलिस ने समय रहते एक्शन न लिया होता तो न जाने कितने मासूम बच्चे काल के गाल में भी समा सकते थे. घटना RA स्टूडियो की है. गुरुवार दोपहर बाद पवई पुलिस को सूचना मिली कि 17 बच्चों सहित 20 लोगों को स्टूडियो की पहली मंजिल पर बंधक बना लिया गया है. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो स्टूडियो के बाहर लोगों की भारी भीड़ थी. पुलिस ने सबसे पहले लोगों को वहां से हटाया और आरोपी से संपर्क करने की कोशिश की. आइए जानते हैं कि आखिर कैसे मुंबई पुलिस ने एक बड़ी घटना को टाल दिया?
एनकाउंटर में मारा गया रोहित आर्या
दरअसल, बच्चों को किडनैप करने वाले शख्स का नाम था. बच्चों के रेस्क्यू के दौरान रोहित आर्या पुलिस एनकाउंटर में मारा गया. रोहित आर्या अपना एक यूट्यूब चैनल चलाता है. आज दोपहर बाद सोशल मीडिया पर उसने अपना एक वीडियो डाला. देखते ही देखते ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. चूंकि रोहित आर्या ने वीडियो में जो बात कही थी, वह दंग कर देने वाली थी.
RA स्टूडियो में बच्चों को बंधक बनाया
ने कहा कि वह कुछ लोगों से बात करना चाहता है. धमकी दी कि अगर उसे ऐसा करने की अनुमति नहीं दी गई तो वह स्टूडियो में आग लगा देगा. रोहित आर्या पुणे का रहने वाला था और मुंबई के चेंबूर में रहता था. वीडियो में आगे उसने कहा कि सुसाइड करने के बजाए मैंने एक योजना बनाई है. स्टूडियो में कुछ बच्चों को बंधक बना रहा हूं.
रोहित ने बच्चों को मारने की धमकी दी
रोहित का वीडियो वायरल होने के बाद लोग स्टूडियो के बाहर जमा हो गए. लोगों ने देखा कि कुछ बच्चे स्टूडियो की खिड़की से बाहर झांक रहे हैं. लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची. पुलिस लोगों को मौके से हटाकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. पुलिस ने पहले तो रोहित से संपर्क करने की कोशिश की और कहा कि वह बच्चों को कोई नुकसान न पहुंचाए, लेकिन रोहित बच्चों को मारने की धमकी दे रहा था. इसलिए पुलिस की चिंता बढ़ गई.
बाथरूम का शीशा तोड़कर पुलिस अदंर गई
चूंकि स्टूडियो के अंदर जाने के लिए एक मात्र रास्ता मेन गेट था, जो रोहित ने लॉक कर दिया था. पुलिस जोर जबरदस्ती कर मेन गेट से जा नहीं सकती थी तो पुलिस ने बाथरूम के रास्ते से जाने का फैसला किया. इधर, पुलिस के आला अधिकारी रोहित को अपनी बातों में उलझाए रहे, ताकि पुलिस की प्लानिंग पर उसको शक न हो.
इधर, फायर ब्रिगेड के जवानों ने सीढ़ी लगाई और फिर पुलिस टीम बाथरूम का शीशा तोड़कर अंदर दाखिल हो गई. पुलिस को देख रोहित ने एयर गन से फायरिंग की. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें रोहित आर्या के सीने में गोली लग गई. पुलिस ने उसे तुरंत अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने रोहित को मृत घोषित कर दिया.
स्टूडियो में आग लगाने की धमकी दे रहा था रोहित
सूत्रों के मुताबिक, मौके से पुलिस को एयर गन और कुछ केमिकल्स मिले. आरोपी रोहित आर्या बच्चों को मारने की धमकी दे रहा था. साथ ही केमिकल्स से वह स्टूडियो में आग लगाने की धमकी दे रहा था. मजबूरन पुलिस को भी एयर गन फायरिंग के जवाब में एक राउंड फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें रोहित की गोली लगने से मौत हो गई.
ऑडिशन के लिए बच्चों को बुलाया
आरोपी रोहित आर्या ने बंधक बनाए गए बच्चों को वेब सीरीज के ऑडिशन के लिए बुलाया था. पिछले 10 दिनों से स्टूडियो में यह ऑडिशन चल रहा था. रोज दोपहर ऑडिशन के दौरान बच्चे लंच टाइम में बाहर आया करते थे. आज जब बच्चे बाहर नहीं आए तो चिंता बढ़ गई. रोहित ने वीडियो जारी कर बताया कि उसने बच्चों को बंधक बना रखा है, तब लोग जान पाए. बंधक बनाए गए लोगों में 17 बच्चे, एक सीनियर सिटीजन और दो सिविलियन थे. बताया जा रहा है कि पुलिस ने पहले रोहित से बातचीत की कोशिश की. जब बात नहीं बनी तो पुलिस ने दूसरा रास्ता निकाला, जिसमें रोहित आर्या मारा गया.
पवई से साकी विहार जाने वाली रोड पर जाम
वहीं बच्चों के रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पवई से साकी विहार जाने वाली रोड पर एक किमी लंबा जाम लग गया. पुलिस के साथ पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी अत्याधुनिक हथियारों के साथ मौके पर मौजूद थे. स्कूल बस में बच्चों को ले जाया गया. इस दौरान बच्चों के चेहरे पर कपड़ा ढका गया था.
कौन है बंधक बनाने वाला रोहित आर्या?
रोहित आर्या पुणे का रहने वाला था. उसको एक स्कूल के काम का सरकारी टेंडर मिला हुआ था. रोहित का कहना है कि उसे अपने द्वारा किए गए काम के पैसे नहीं मिले. रोहित ने अपने बकाया पैसे के लिए कई बार आंदोलन भी किया. रोहित का कहना था कि उसका दो करोड़ रुपया बकाया है. तत्कालीन शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर के घर के बाहर भूख हड़ताल भी की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.


