पटना। लोकसभा चुनाव में उम्मीद से कम उपलब्धि और अगले विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) की तैयारी में सुस्ती से चिंतित विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की शिकायत है कि उनसे राजद के बड़े नेता जब कभी मिलते हैं, सिर्फ दूसरों की आलोचना करते हैं।
एक दिन पहले प्रदेश राजद (RJD) कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने नेताओं से कहा कि अगले चुनाव के लिए समय कम है। 200 सीट पर जीत के लक्ष्य के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
M-Y समीकरण से आगे बढ़ेगा राजद
तेजस्वी ने संकेत दिया है कि विधानसभा चुनाव के टिकट बंटवारे में राजद M-Y (मुस्लिम-यादव) के अपने पुराने समीकरण से आगे बढ़ने का प्रयास करेगा। उसी हिसाब से टिकट भी बांटेगा। सभी वर्ग के लोगों को राजद में हिस्सेदारी की शुरुआत बूथ कमिटी से होगी। इसके 10 सदस्य होंगे। इसमें उस बूथ से जुड़ी सभी जातियों का प्रतिनिधित्व होगा।
लोकसभा चुनाव में राजद का यह प्रयोग एक हद तक सफल हो चुका है। उसने माय समीकरण से अलग कुशवाहा और वैश्य बिरादरी के उम्मीदवारों को उतारा। शाहाबाद में उसे अच्छा लाभ मिला। शिवहर में हार के बावजूद सम्मानजनक वोट मिला। राजद इस प्रयोग को विस चुनाव में भी दोहराना चाहता है।
मिथिलांचल और सीमांचल पर छलका तेजस्वी का दर्द
समीक्षा बैठक में तेजस्वी का दर्द मिथिलांचल और सीमांचल में राजद की कमजोर स्थिति पर छलका-इन दोनों इलाके में हमारे बड़े-बड़े नेता हैं। उनकी संख्या भी अधिक है। सभाओं में भीड़ जुटती है। उससे लगता है कि समर्थक भी बड़ी संख्या में हैं। फिर परिणाम क्यों नहीं आ पाता है?
‘इससे काम नहीं चलेगा’
उत्तर भी उन्होने स्वयं दिया- आप हमसे मिलते हैं। संगठन के विस्तार की, उसे मजबूत बनाने की चर्चा नहीं करते हैं। एक दूसरे की आलोचना करते हैं। इससे काम नहीं चलेगा। आपसी एकता से ही संगठन मजबूत होगा।
माई-बहिन योजना पर तेजस्वी का फोकस
जदयू और खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महिला वोटरों पर प्रभाव को राजद की समीक्षा बैठक में गंभीरता से लिया गया। तेजस्वी का कहना था कि हमारे नेता कार्यकर्ता महिलाओं के बीच जाएं। उन्हें 25 सौ रुपये की ‘माई बहिन योजना’ के बारे में बताएं कि हमारी सरकार बनेगी तो निश्चित रूप से यह राशि आपको दी जाएगी।