Gazab Viral (DA Hike) केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ा अपडेट आ गया है। एक करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों को 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) से पहले खुशखबरी मिलने वाली है। कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में बंपर बढ़ौतरी होने वाली है।
8वें वेतन आयोग पर आया बड़ा अपडेट
जनवरी में केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग पर बड़ा एलान किया था। केंद्रीय कर्मचारियों के लिए 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को लेकर चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। कर्मचारियों में चर्चाएं जारी है कि नया वेतन आयोग (New pay Commission) लागू होने पर सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होगी। कर्मचारियों के लिए फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) क्या रहेगा और डीए (Dearness Allowance) कितना होगा। इसको लेकर जवाब सामने आ गए हैं।
फिटमेंट फैक्टर होगा मुख्य आधार
8वें वेतन आयोग (8th CPC) में कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने के लिए फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) मुख्य आधार होगा। वहीं, डीए (DA) के आधार पर यह तय किया जाएगा। कर्मचारियों के लिए लागू पिछले वेतन आयोगों की सिफारिशों का एनालिसिस करने से पता चलता है कि सैलरी में उछाल की दर अलग-अलग रही है।
हर बार इतनी बढ़ी है सैलरी
वेतन आयोग का पहली बार 1946 में गठन किया गया था। इस दौरान सैलरी तय की गईं थी। इसके बाद दूसरा सीपीसी (1959) में 14.20%सैलरी बढ़ाई गई। वहीं, तीसरा सीपीसी (1973) 20.60% सैलरी बढ़ी। इसके बाद चौथा सीपीसी (1986) में 27.60% सैलरी बढ़ी। वहीं, पांचवां सीपीसी (1996) में 31.00% सैलरी बढ़ी। छठा सीपीसी (2006) 54.00% और सातवां सीपीसी (2016) 14.27% सैलरी का इजाफा हुआ।
नए वेतन आयोग में कितना रहेगा फिटमेंट फैक्टर
केंद्रीय कर्मचारियों को तय करने के लिए फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) सबसे अहम है। हर बार फिटमेंट फैक्टर के आधार पर ही सैलरी तय की जाती है। वेतन आयोग की सिफारिशों में यह सबसे जरूरी होता है। मौजूदा बेसिक सैलरी को फिटमेंट फैक्टर से गुणा करके नई बेसिक सैलरी तय की जाती है।
कितना रह सकता है फिटमेंट फैक्टर
केंद्रीय कर्मचारियो के लिए 2006 में 6वें वेतन आयोग (6th CPC) में फिटमेंट फैक्टर 1.86 रहा था। वहीं, 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) में फिटमेंट फैक्टर 2016 में 2.57 रहा था। इसी प्रकार 8वें वेतन आयोग (8th CPC) में फिटमेंट फैक्टर 1.90 रह सकता है।
कितनी बढ़ सकती है सैलरी
8वें वेतन आयोग में सैलरी में कितनी बढ़ोतरी हो सकती है। इसका आकलन करने के लिए कुछ संभावित परिदृश्य तैयार किए गए हैं। इसके अनुसार बहुत ही आशावादी 62% 8वें वेतन आयोग तक फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) हो सकता है, और सैलरी में 24% की वृद्धि हो सकती है।
वहीं, कम से कम 60% तक महंगाई भत्ता जाने पर 12% सैलरी बढ़ सकती है। इसी प्रकार सामान्य उम्मीद है कि 61% महंगाई भत्ता होने पर 18% सैलरी बढ़ेगी। यहां ध्यान देने की जरूरत है कि जब नया वेतन आयोग लागू होगा तो महंगाई भत्ते को शून्य कर बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया जाएगा। इसकी कैलकुलेशन दोबारा 0 से शुरू होगी।
नए वेतन आयोग में हो कसती है 18 प्रतिशत की बढ़ौतरी
कर्मचारियों के लिए मीडिया रिपोर्ट्स आ रही हैं कि जिसमें सैलरी संभावित के परिदृश्य तैयार किए गए हैं। ऐसे में जनवरी 2026 से कर्मचारियों के लिए 8वें वेतन आयोग में उम्मीद है कि 18% का इजाफा हो सकता है। तब तक महंगाई भत्ता (DA Hike) 58 प्रतिशत पहुंच सकता है। इस 58 प्रतिशत में जुलाई से दिसंबर 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार बढ़ी महंगाई दर को जोड़कर 61 प्रतिशत से ज्यादा भी किया जा सकता है।
महंगाई भत्ता होगा जीरो
केंद्रीय कर्मचारियों के लिए नए वेतन आयोग में सामान्य स्थिति को देखा जाए तो 18% वेतन वृद्धि की सिफारिश की जा सकती है। इस दौरान महंगाई भत्ता (DA Hike) 58 से 61% तक पहुंच सकता है। यह 1 जनवरी 2026 से लागू होना है परंतु इसको बेसिक सैलरी के संशोधन में विलय करके महंगाई भत्ते को जीरो कर दिया जाएगा और कैलकुलेशन दोबारा 0 से शुरू होगी।
इतनी हो जाएगी सैलरी
अगर फिटमेंट फैक्टर 1.90 तय किया जाता है तो मौजूदा बेसिक सैलरी को इससे गुणा किया जाएगा। यानी कि फिलहाल जो न्यूनतम बेसिक सैलरी (Salary Hike) है वह 18 हजार रुपये से 90 प्रतिशत बढ़कर 34200 रुपये हो जाएगी। वहीं, ग्रोस सैलरी में 18 प्रतिशत की वृद्धि संभव है।