क्या महागठबंधन में फंसा है पेंच? चौथी बार बिहार आ रहे राहुल गांधी, सियासी मायने समझिये

Is there a problem in the Mahagathbandhan? Rahul Gandhi is coming to Bihar for the fourth time, understand the political meaningIs there a problem in the Mahagathbandhan? Rahul Gandhi is coming to Bihar for the fourth time, understand the political meaning

पटना. बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए जहां एनडीए ने पूरा जोर लगा दिया है, वहीं महागठबंधन के दल भी लगातार अपनी तैयारियों को लेकर कमर कस चुके हैं. महागठबंधन के प्रमुख दल राजद के नेता तेजस्वी यादव तो लगातार बिहार दौरे पर हैं और वह अपनी रणनीतियों के हिसाब से आगे बढ़ चले हैं. वहीं, बिहार कांग्रेस ने भी अपनी चुनावी योजना को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है और इसके केंद्र में कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी हैं. सूत्रों से खबर है कि कांग्रेस की बिहार चुनाव की तैयारियों के बीच लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बिहार आने वाले हैं. उनका यह दौरा आगामी 15 मई को संभावित है. खास बात यह है कि बीते 5 महीने में उनका यह चौथा बिहार दौरा होगा. ऐसे में कहा जा सकता है कि राहुल गांधी और कांग्रेस के प्लान में बिहार चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है.

राहुल गांधी के बिहार का दौरे की जो जानकारी सामने आई है इसके अनुसार, 15 मई को पटना पहुंचेंगे और यहां पहुंचकर ‘फुले’ फिल्म कार्यकर्ताओं के साथ देखेंगे.सिनेमा हॉल में राहुल गांधी दलित वर्ग के लोगों और सिविल सोसायटी के साथ यह सिनेमा देखेंगे. पटना के बाद उनका दरभंगा में कार्यक्रम है. खास बात यह कि 15 मई को 50 से ज्यादा नेताओं का एकसाथ बिहार दौरा होगा. ये नेता ए साथ बिहार की 50 से ज्यादा जगहों पर कार्यक्रम का आयोजन करेंगे. राहुल गांधी दरभंगा के कार्यक्रम में जुड़कर लोगों को अपना संदेश देंगे.

पांच महीने में तीन बार बिहार दौरे पर आ चुके हैं राहुल गांधी
बता दें कि बीते 7 अप्रैल को बेगूसराय में कन्हैया कुमार की पलायन रोको नौकरी दो यात्रा में वह शामिल हुए थे. इसके पहले इसी दिन पटना में संविधान सुरक्षा सम्मेलन में भी उन्होंने हिस्सा लिया था. इसके पहले इसके पहले राहुल गांधी 18 जनवरी को संविधान बचाओ सम्मेलन के लिए पटना पहुंचे थे और तब उन्होंने लालू यादव और तेजस्वी यादव से उनके आवास पर मुलाकात की थी. इसके बाद 5 फरवरी को पटना के एसके मेमोरियल हॉल में आयोजित दलित नेता दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी के जयंती समारोह में शामिल होने बिहार पहुंचे थे.

गया में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मिलेंगे राहुल गांधी

बिहार में इसी वर्ष अक्टूबर-नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में छोटे अंतराल में उनकी इस यात्रा को लेकर सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. पांच महीने में ही चौथी बार राहुल गांधी का बिहार दौरे को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. राहुल गांधी के इस दौरे के बारे में कहा जा रहा है कि वह गया में अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और इस दौरे के तहत कांग्रेस के कई बड़े नेता भी उनके साथ होंगे. यहां यह भी बता दें कि बीते महीने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी बक्सर में चुनावी रैली को संबोधित किया था.

बिहार कांग्रस में बदलाव कर तैयार कर रहे नया आधार

दरअसल, कांग्रेस पार्टी बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर पूरे जोर-शोर से लगी हुई है और इसको लेकर राहुल गांधी भी काफी गंभीर दिख रहे हैं. हाल ही में कांग्रेस ने बिहार के सवर्ण अध्यक्ष अखिलेश सिंह की जगह दलित विधायक राजेश राम को बिहार का अध्यक्ष बनाया है. इससे पहले बिहार प्रभारी भी बदले गए थे और मोहन प्रकाश की जगह कृष्ण अल्लावरु को यह जिम्मेदारी सौंपी थी. इसके बाद कांग्रेस संगठन में भी लगातार बदलाव हुए हैं. हाल में ही सभी 40 जिलों में अध्यक्षों को बदल दिया गया है.

कांग्रेस की बिहार में सियासी जमीन बचाने की कवायद
राहुल गांधी के बार-बार बिहार जाने को राजनीति के जानकार काफी अहम बता रहे हैं. दरअसल, कांग्रेस के महागठबंधन में अपनी सियासी जमीन बचाने की कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है.बता दें कि कांग्रेस पिछले विधान सभा चुनाव में 70 सीटों पर लड़ी थी और 19 सीट ही जीत पाई थी. इस बार सीटों की शेयरिंग को लेकर महागठबंधन के भीतर खींचतान की बात सामने आई है.कांग्रेस 70 सीटों पर अड़ी है तो इस बार उसे 55 से 60 दिये जाने की बात महागठबंधन में कही जा रही है. ऐसे में राहुल गांधी की लगातार बिहार यात्रा इस बात का संकेत है कि कांग्रेस सीटों दावेदारी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही है.

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