Will ICC Ban BCB After Faruque Ahmed Revelation: एक
तरफ पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज चल रही है,
वहीं दूसरी तरफ बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) पर बड़ा संकट मंडरा रहा है।
यह खतरा बीसीबी के अध्यक्ष फारूक अहमद (Faruque Ahmed) के चौंकाने वाले
खुलासे के बाद सामने आया है। पता चला कि राष्ट्रीय सरकार ने उन्हें क्रिकेट
बोर्ड में अपनी भूमिका जारी न रखने को कहा है।
इन सभी घटनाओं के
कारण बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड पर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) द्वारा
बैन लगाए जाने का खतरा मंडरा सकता है, जैसा कि पहले श्रीलंका और जिम्बाब्वे
के साथ हो चुका है।
क्या है पूरा मामला?
नजमुल हसन के 21
अगस्त को पद छोड़ने के बाद फारूक अहमद (Faruque Ahmed) ने बांग्लादेश
क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष का पद संभाला था। लेकिन बुधवार (28 मई) को
बांग्लादेश सरकार के युवा एवं खेल मामलों के सलाहकार आसिफ महमूद शोजिब
भुइयां ने उन्हें तलब किया। क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बैठक में
फारूक को पद छोड़ने के इरादे से अवगत कराया गया। फारूक ने इसे स्वीकार तो
किया, लेकिन साथ ही कहा कि उन्होंने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वह
इस्तीफा देंगे या नहीं।
क्रिकबज से बात करते हुए फारुक अहमद ने कहा,
“सलाहकार ने कहा कि वे मेरे साथ जारी नहीं रखना चाहते. मैंने अभी तक कोई
फैसला नहीं लिया है (इस्तीफे के संबंध में). देखते हैं क्या होता है.”
क्यों BCB पर मंडराया ICC बैन का सीधा खतरा?
अगर
फारूक इस्तीफा नहीं देते हैं तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अगर उन्हें बिना
इस्तीफे के हटाया जाता है तो इसे सरकारी हस्तक्षेप माना जाएगा, जो
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के नियमों के सख्त खिलाफ है। आईसीसी ने
इससे पहले श्रीलंका और जिम्बाब्वे पर सरकारी हस्तक्षेप के कारण बैन लगाया
है, जिसका मतलब है कि इन देशों की टीमें इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेल सकती
थीं और बोर्ड के सभी अधिकार छीन लिए गए थे। बांग्लादेश क्रिकेट के लिए यह
बहुत गंभीर स्थिति है।
Faruque Ahmed का पुराना रिकॉर्ड
बांग्लादेश
के लिए सात एकदिवसीय मैच खेलने वाले फारुक अहमद (Faruque Ahmed) इससे पहले
दो बार बीसीबी के मुख्य चयनकर्ता रह चुके हैं: 2003 से 2007 तक और 2013 से
2016 तक। उन्होंने मुख्य चयनकर्ता के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल पूरा
किए बिना ही इस्तीफा दे दिया था, क्योंकि वह तीन सदस्यीय चयन समिति के
विस्तार को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थे।