इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर का दावा है कि विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट इसलिए छोड़ा क्योंकि उन्हें डर था कि इंग्लैंड में उनकी कमजोरी एक बार फिर उजागर हो जाएगी। पनेसर का मानना है कि कोहली अब ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों से जूझने लगे हैं और शायद इसी वजह से उन्होंने टेस्ट से संन्यास लिया।
टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने को लेकर इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि कोहली ने खुद को इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में एक्सपोज़ होने से बचाने के लिए शायद यह फैसला लिया। पनेसर ने कहा कि कोहली का ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों से संघर्ष अब और भी बढ़ गया है, खासकर ऑस्ट्रेलिया में बाउंसी पिचों पर। और अब इंग्लैंड के स्विंगिंग कंडीशंस में उन्हें खुद पर भरोसा नहीं रहा होगा, इसलिए उन्होंने रिटायरमेंट को बेहतर रास्ता माना।
2018 में इंग्लैंड में जबरदस्त वापसी करने वाले विराट कोहली को लेकर पनेसर का मानना है कि अब वैसा प्रदर्शन दोहराना मुश्किल हो जाता। उम्र का असर, रिफ्लेक्स का धीमा होना और लगातार रन ना बना पाना ये सारी बातें उनके फैसले के पीछे हो सकती हैं। पनेसर ने PTI से बात करते हुए कहा, “वो पांचवें स्टंप की लाइन पर संघर्ष कर रहे थे। शायद उन्होंने महसूस किया कि इंग्लैंड की पिचों पर उस कमजोरी को कोई नहीं छुपा सकता। इसलिए उन्होंने RCB और वनडे क्रिकेट पर ध्यान लगाने का फैसला किया।”
हालांकि मोंटी ने ये भी माना कि विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में शानदार करियर बिताया है और वो इस फॉर्मेट के बेहतरीन ब्रैंड एंबेसडर रहे हैं। उनका मानना है कि कोहली ने युवा खिलाड़ियों के लिए रास्ता छोड़ दिया है और यही एक लीजेंड की पहचान होती है।
गौरतलब है कि कोहली के अलावा रोहित शर्मा ने भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। अब इंग्लैंड दौरे पर शुभमन गिल पहली बार टेस्ट कप्तानी करते नज़र आएंगे और सभी की निगाहें नई टेस्ट टीम पर होंगी।