Month Archives: October 2025

चेक बाउंस पर RBI का बड़ा फैसला,` 24 घंटे में अलर्ट, दो साल की सजा और पॉज़िटिव पे सिस्टम अनिवार्य

चेक बाउंस पर RBI का बड़ा फैसला,` 24 घंटे में अलर्ट, दो साल की सजा और पॉज़िटिव पे सिस्टम अनिवार्य

डिजिटल भुगतान के दौर में भी चेक का महत्व बरकरार है। मकान किराया, बिजनेस ट्रांजैक्शन और लोन भुगतान जैसे बड़े लेन-देन में आज भी चेक को सबसे भरोसेमंद माध्यम माना जाता है। लेकिन चेक बाउंस की समस्या लंबे समय से...

चेक बाउंस पर RBI का बड़ा फैसला,` 24 घंटे में अलर्ट, दो साल की सजा और पॉज़िटिव पे सिस्टम अनिवार्य

चेक बाउंस पर RBI का बड़ा फैसला,` 24 घंटे में अलर्ट, दो साल की सजा और पॉज़िटिव पे सिस्टम अनिवार्य

डिजिटल भुगतान के दौर में भी चेक का महत्व बरकरार है। मकान किराया, बिजनेस ट्रांजैक्शन और लोन भुगतान जैसे बड़े लेन-देन में आज भी चेक को सबसे भरोसेमंद माध्यम माना जाता है। लेकिन चेक बाउंस की समस्या लंबे समय से...

दुल्हन ने शादी की रात सेक्स` से` किया इनकार, दूल्हा बोलाः लडकी नही ये तो…मची खलबली

दुल्हन ने शादी की रात सेक्स` से` किया इनकार, दूल्हा बोलाः लडकी नही ये तो…मची खलबली

मुजफ्फरनगर. तरंग संगीत केंद्र चलाने वाले अनुकूल कुच्छल ने बताया कि महिला ने डॉक्टर के पास जाने से मना किया तो उसे शक हुआ। वहीं दूसरे पक्ष ने आरोपों को झूठा बताया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।...

दुल्हन ने शादी की रात सेक्स` से` किया इनकार, दूल्हा बोलाः लडकी नही ये तो…मची खलबली

दुल्हन ने शादी की रात सेक्स` से` किया इनकार, दूल्हा बोलाः लडकी नही ये तो…मची खलबली

मुजफ्फरनगर. तरंग संगीत केंद्र चलाने वाले अनुकूल कुच्छल ने बताया कि महिला ने डॉक्टर के पास जाने से मना किया तो उसे शक हुआ। वहीं दूसरे पक्ष ने आरोपों को झूठा बताया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।...

भारत का एक गांव जहां हर पुरुष` 2 शादियां करता है, पत्नियां सौतन नहीं बहन की तरह रहती हैं साथ-साथ

भारत का एक गांव जहां हर पुरुष` 2 शादियां करता है, पत्नियां सौतन नहीं बहन की तरह रहती हैं साथ-साथ

भारत देश विविधताओं का देश है, यहां के रीति-रिवाज और परंपराओं में भी बहुत विविधता पाई जाती है। लेकिन कुछ परंपराएं और रीति-रिवाज ऐसे हैं जिन्हें सुनकर हैरानी ज्यादा होती है। परंपराओं की रूढ़िवादिता ऐसी है कि लोग नियम-कानून को...

भारत का एक गांव जहां हर पुरुष` 2 शादियां करता है, पत्नियां सौतन नहीं बहन की तरह रहती हैं साथ-साथ

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भारत देश विविधताओं का देश है, यहां के रीति-रिवाज और परंपराओं में भी बहुत विविधता पाई जाती है। लेकिन कुछ परंपराएं और रीति-रिवाज ऐसे हैं जिन्हें सुनकर हैरानी ज्यादा होती है। परंपराओं की रूढ़िवादिता ऐसी है कि लोग नियम-कानून को...

किडनी फेल होने से पहले आंखें देती` हैं ये संकेत, समय रहते हो जाएं सावधान, पढ़ें एक्सपर्ट की सलाह

किडनी फेल होने से पहले आंखें देती` हैं ये संकेत, समय रहते हो जाएं सावधान, पढ़ें एक्सपर्ट की सलाह

हमारे शरीर में कुछ ऐसे अंग होते हैं जो कभी आराम नहीं करते। हम इन अंगों को आसानी से नहीं देख पाते। इनमें आपका हार्ट, लंग्स, मस्तिष्क और किडनी  शामिल हैं। किडनी हमारे शरीर से गंदगी और अतिरिक्त पानी को...

किडनी फेल होने से पहले आंखें देती` हैं ये संकेत, समय रहते हो जाएं सावधान, पढ़ें एक्सपर्ट की सलाह

किडनी फेल होने से पहले आंखें देती` हैं ये संकेत, समय रहते हो जाएं सावधान, पढ़ें एक्सपर्ट की सलाह

हमारे शरीर में कुछ ऐसे अंग होते हैं जो कभी आराम नहीं करते। हम इन अंगों को आसानी से नहीं देख पाते। इनमें आपका हार्ट, लंग्स, मस्तिष्क और किडनी  शामिल हैं। किडनी हमारे शरीर से गंदगी और अतिरिक्त पानी को...

एक राजा था। वह एक दिन अपने` वज़ीर से नाराज हो गया और उसे एक बहुत बड़ी मीनार के ऊपर कैद कर दिया। एक प्रकार से यह अत्यन्त कष्टप्रद मृत्युदण्ड ही था। न तो उसे कोई भोजन पहुंचा सकता था और न उस गगनचुम्बी मीनार से कूदकर उसके भागने की कोई संभावना थी।

एक राजा था। वह एक दिन अपने` वज़ीर से नाराज हो गया और उसे एक बहुत बड़ी मीनार के ऊपर कैद कर दिया। एक प्रकार से यह अत्यन्त कष्टप्रद मृत्युदण्ड ही था। न तो उसे कोई भोजन पहुंचा सकता था और न उस गगनचुम्बी मीनार से कूदकर उसके भागने की कोई संभावना थी।

एक राजा था। वह एक दिन अपने वज़ीर से नाराज हो गया और उसे एक बहुत बड़ी मीनार के ऊपर कैद कर दिया। एक प्रकार से यह अत्यन्त कष्टप्रद मृत्युदण्ड ही था। न तो उसे कोई भोजन पहुंचा सकता था...

एक राजा था। वह एक दिन अपने` वज़ीर से नाराज हो गया और उसे एक बहुत बड़ी मीनार के ऊपर कैद कर दिया। एक प्रकार से यह अत्यन्त कष्टप्रद मृत्युदण्ड ही था। न तो उसे कोई भोजन पहुंचा सकता था और न उस गगनचुम्बी मीनार से कूदकर उसके भागने की कोई संभावना थी।

एक राजा था। वह एक दिन अपने` वज़ीर से नाराज हो गया और उसे एक बहुत बड़ी मीनार के ऊपर कैद कर दिया। एक प्रकार से यह अत्यन्त कष्टप्रद मृत्युदण्ड ही था। न तो उसे कोई भोजन पहुंचा सकता था और न उस गगनचुम्बी मीनार से कूदकर उसके भागने की कोई संभावना थी।

एक राजा था। वह एक दिन अपने वज़ीर से नाराज हो गया और उसे एक बहुत बड़ी मीनार के ऊपर कैद कर दिया। एक प्रकार से यह अत्यन्त कष्टप्रद मृत्युदण्ड ही था। न तो उसे कोई भोजन पहुंचा सकता था...

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