लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। यूपी के बागपत थाने में फिल्म गंगातल का सीन लोगों को देखने को मिला। जब यहां के एसपी ब्लैक टीशर्ट, ब्लैक हेलमेट और काली बाइक पर सवार होकर पुलिस स्टेशन पहुंच गए। बाइक को खड़ा किया और थाने के अंदर दाखिल हुए। कुछ पुलिसकर्मियों ने उनका नाम पूछा तो वह शांत रहे। फिर अचानक हेलमेट उतारा, तो सभी हक्के-बक्के रह गए। इंस्पेक्टर से लेकर अन्य पुलिसकर्मियों के माथे पर पसीना आ गया और सभी ने एकसाथ सैल्यूट कर अपने साहब के लिए कुर्सी खाली कर दी।
दीपावली से ठीक पहले जिले के एसपी सूरज राय ने अनोखे अंदाज में शहर की सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करने निकले थे। वह सबसे पहले थाने पहुंचे। कार के बजाए बाइक पर एसपी सवार हुए। बकाएदा हेमलेट लगाया। जींस-टीशर्ट पहनकर वह शहर की गलियों में घूमे और थाने का निरीक्षण करने के लिए पहुंच गए। एसपी को देख इंस्पेक्टर वीरेंद्र राणा तुरंत कुर्सी छोड़कर खड़े हुए और सैल्यूट किया। थाने में मौजूद बाकी पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए और इधर-उधर भागने लगे। एसपी सूरज राय ने तुरंत सख्त लहजे में दिशा-निर्देश देने शुरू किए।
एसपी ने देखा कि शहर के कई महत्वपूर्ण बैरियर्स हटाए गए हैं, कई जगह पुलिस ड्यूटी पर नहीं थी और सुरक्षा में कई कमियां थीं। उन्होंने कहा कि जहां बैरियर लगना चाहिए, वहां से हटा हुआ है। मुझे पूरे बाजार का निरीक्षण करना पड़ा और मुझे कोई नहीं दिखा। सभी सर्राफा दुकानों के पास तुरंत पुलिस तैनात करो। लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। थाने में मौजूद हर किसी के पास जवाब नहीं था। एसपी ने पूरे थाने और बाजार का निरीक्षण किया, सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोली। थाने में दिशा-निर्देश देने के बाद एसपी सूरज राय ने बाइक स्टार्ट की, हेलमेट पहनकर निकल पड़े।
एसपी का यह अंदाज अनोखा था, जिसको लेकर थाने में पूरा स्टाफ हैरान रह गया। दरअसल, इस अचानक निरीक्षण का उद्देश्य त्योहार के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेना थ। एसपी ने शहर में सर्राफा दुकानों, बाजार और संवेदनशील जगहों पर पुलिस तैनाती का हाल जाना। वे बिना वर्दी, बिना सरकारी गाड़ी और बिना एस्कॉर्ट के बाइक से निकल पड़े थे। उनके इस अंदाज का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसे लोग देख रहे हैं और एसपी की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं। एक यूजर्स ने लिखा कि एसपी साहब आपको सैल्यूट। आपका ये कार्य शानदार।
बता दें, वैसे यह पहला मौका नहीं था, जब एसपी सूरज राय ने ‘अंडरकवर ऑपरेशन’ किया हो। इससे पहले भी उन्होंने आधी रात को सादी वर्दी पहनकर सड़कों पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था और ड्यूटी पर लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों को क्लास लगाई थी। एसपी के बारे में कहा जाता है कि वह ऑफिस के बजाए सड़क पर काम करने पर यकीन रखते हैं। एसपी के बारे में ये भी दावा किया जाता है कि, जहां-जहां इनकी पोस्टिंग होती है, वहां-वहां अपराध कम हो जाते हैं। अपराधी खुद थाने में जाकर सरेंडर करते हैं।