
बिहार में जारी सत्ता के महासंग्राम में जीत के लिए तेजस्वी यादव ने एक और बड़ा दाव चला है। तेजस्वी यादव ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेस कर एक कई और नए चुनावी वादे किए। उन्होंने चुनाव जीतने और उनकी सरकार बनने पर पंचायत प्रतिनिधियों को भी पेंशन देने का वादा किया, लगे हाथ भत्ता दोगुना किए जाने का भी ऐलान किया। इसके अलावा उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को 50 लाख रुपये तक का बीमा और 5 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त कर्ज देने की घोषणा की।
“पंचायत प्रतिनिधियों को करेंगे मालामाल!”
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा तेजस्वी यादव हर वो वादा कर देना चाहते हैं जिससे चुनाव जीतने की संभावना है और वादे को 20 दिन में पूरा करने का दूसरा वादा भी कर रहे हैं। अपने वादों के पिटारे से तेजस्वी ने मालामाल वीकली जैसा एक और धमाकेदार वादा निकाला है। इस बार उनकी नजरें इनायत हुई हैं पंचायत सचिवों पर, जिन्हें पेंशन देने का वादा किया है। तेजस्वी यादव को भरोसा था कि सिर्फ पेंशन देने के वादे भर से बात नहीं बनने वाली है लिहाजा उन्होंने पंचायत सचिवों से तीन और वादे किए हैं। तेजस्वी ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि वो चुनाव जीतने पर पंचायत सचिवों का भत्ता दोगुना कर देंगे, 5 लाख रुपये तक का बिना ब्याज वाला कर्ज देंगे और 50 लाख रुपये का जीवन बीमा करेंगे।
जनता से वादा एनडीए पर आरोपों की बौछार
ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार अभियान में जुटे तेजस्वी यादव एक तरफ जनता से लगातार वादे किए जा रहे हैं दूसरी तरफ विपक्ष को भी जमकर निशाने पर ले रहे हैं। तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बिहार की एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि बिहार के शिक्षा और रोजगार का पैसा गुजरात के विकास में लगा दिया जाता है और हमारे बिहार के मजदूरी गुजरात जाकर नौकरी करते हैं।
एनडीए सरकार से तंग आ चुके हैं लोग- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उनका चुनाव अभियान शुरू हो चुका है, जहां भी वो जा रहे हैं उन्हें बदलाव की बयार साफ नजर आ रही है। 20 साल की एनडीए सरकार से बिहार के लोग ऊब चुके हैं, नीतीश कुमार की सरकार में भ्रष्टाचार,अफसरशाही, अपराध अपने चरम पर पहुंच गया है। बिना घूस लिए बिहार में कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी काम नहीं कर रहा है। जनता इस बार बीजेपी की चाल समझ गई है।
तेजस्वी यादव ने एक बार फिर कहा कि एनडीए इस बार चुनाव जीतती है तो नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी, बीजेपी ने मुख्यमंत्री को हाईजैक कर लिया है। भले ही नीतीश कुमार पीएम मोदी के साथ चुनावी रैली में मंच साझा करते हुए ये बोल चुके हैं कि वो इधर उधर नहीं जाने वाले, लेकिन तेजस्वी यादव के बयानों में उनको लेकर सॉफ्ट कॉर्नर दिखने लगा है। तेजस्वी एनडीए में सिर्फ बीजेपी पर सीधे हमले कर रहे हैं। नीतीश कुमार और एनडीए गठबंधन के दूसरे दलों पर कुछ भी सीधे-सीधे बोलने से बच रहे हैं।
उद्योग धंधे को लेकर एनडीए पर निशाना
तेजस्वी यादव ने एक बार फिर कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार में जमीन नहीं होने का हवाला देते हुए यहां इंडस्ट्री लगाने की संभावनाओं को इनकार कर दिया है। तेजस्वी ने कहा कि पीएम मोदी ने गुजरात में इंडस्ट्री और सेमीकंडक्टर की फैक्ट्रियां लगवाई, गुजरात में इंटरनेशनल स्टेडियम बनवाए। लेकिन बिहार में विकास के नाम पर कुछ नहीं किया आज भी बिहार के लोग रोजगार के लिए देश के दूसरे प्रदेशों में पलायन करने को मजबूर हैं, यहां शिक्षा व्यवस्था का ढांचा ध्वस्त हो चुका है। विकास का कोई भी काम नहीं किया जा रहा है।





