ओडिशा के पुरी में एक खतरनाक घटना घटी, जिसने क्रिकेट जगत को हिलाकर रख
दिया। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly)
के बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली और उनकी पत्नी अर्पिता एक स्पीडबोट दुर्घटना
में बाल-बाल बच गए।
यह घटना शनिवार शाम को पुरी के समुद्र तट पर
हुई, जब एक समुद्र की एक लहर ने उनकी नाव को पलट दिया। इस हादसे से उनकी
जान खतरे में पड़ गई थी लेकिन समय रहते लाइफगार्ड्स ने उन्हें बचा लिया।
स्पीडबोट में घटी खतरनाक घटना
बता
दें सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के भाई स्नेहाशीष गांगुली इस समय बंगाल
क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। वे अपनी पत्नी अर्पिता के साथ पुरी के
लाइटहाउस क्षेत्र में वाटर स्पोर्ट्स का आनंद ले रहे थे। वे एक स्पीडबोट पर
सवार थे, जो समुद्र की लहरों के बीच तेजी से दौड़ रही थी। लेकिन अचानक एक
लहर ने नाव को अपनी चपेट में ले लिया।
नाव ने संतुलन खो दिया और पलट गई। इसी नाव में गांगुली के भाई भी सवार थे और उन सभी लोगों की बाल-बाल जान बची है।
लाइफगार्ड्स ने बचाई सभी की जान
इस
हादसे में लाइफगार्ड्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अर्पिता ने बताया कि
अगर लाइफगार्ड्स ने तुरंत कार्रवाई नहीं की होती, तो शायद वे इस हादसे से
बच नहीं पाते। स्थानीय गोताखोरों और बचाव दल ने तेजी से हरकत में आकर सभी
यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
VIDEO | Puri, Odisha: Cricket Association of Bengal (CAB) President and brother of former Indian cricket team captain Sourav Ganguly, Snehasish Ganguly, and his wife Arpita Ganguly were safely rescued after they encountered a horror as their speedboat capsized off Puri coast.…
— Press Trust of India (@PTI_News) May 26, 2025
अर्पिता ने इस घटना को “मौत से
कुछ सेकंड की दूरी” बताया और कहा कि यह उनका अब तक का सबसे डरावना अनुभव
था। घटना का वीडियो न्यूज एजेंसी PTI के जरिए शेयर किया गया है।
Sourav Ganguly: एडवेंचर कंपनी पर उठे सवाल
स्थानीय
लोगों ने इस घटना के लिए निजी एडवेंचर कंपनी को जिम्मेदार ठहराया। उनका
कहना है कि स्पीडबोट को चलाने वाले कर्मचारी प्रशिक्षित नहीं थे, जिसके
कारण यह हादसा हुआ। इस घटना ने पुरी में वाटर स्पोर्ट्स की सुरक्षा
व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अर्पिता ने कहा कि वे
कोलकाता लौटने के बाद पुरी के पुलिस अधीक्षक और ओडिशा के मुख्यमंत्री को
पत्र लिखकर इस मामले में कार्रवाई की मांग करेंगी।