
कल्पना कीजिए, एक 15 साल की मासूम लड़की, जिसकी अभी पढ़ने लिखने की उम्र है, अचानक अपनी ही फैमिली के जाल में फंस जाती है. बचपन की ‘कसम’ के नाम पर उसकी जिंदगी उजड़ जाती है. दोगुने उम्र का एक शख्स उसका पति बन जाता है, और घरवाले कहते हैं, शादी तो होनी ही थी! ये कोई फिल्म की कहानी नहीं, बल्कि मुंबई के मालाड इलाके की सच्ची घटना है. चलिए आपको पूरी कहानी बताते हैं.
दरअसल, मालाड पुलिस ने एक ही परिवार के चार लोगों बड़ी बहन, बहनोई, दादी और दामाद के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. आरोप है कि इन्होंने 15 साल की नाबालिग लड़की का जबरन विवाह कराया. पीड़िता के 32 साल के पति, जो पेंटर का काम करते हैं, को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बाकी तीनों की तलाश जारी है.
पीड़िता मालाड में अपनी बड़ी बहन, बहनोई और दादी के साथ रहती है. वह एक मशहूर स्कूल में पढ़ाई कर रही है. लेकिन पिछले साल, घरवालों ने जबरन उसकी शादी बहन के देवर से करवा दी, जो उससे दोगुने उम्र का था. लड़की ने इनकार किया, लेकिन घरवालों ने कहा, ‘ये शादी बचपन में ही तय हो गई थी. तुझे मानना ही पड़ेगा.’ पति को भी पता था कि लड़की नाबालिग है और ये शादी गैरकानूनी है. फिर भी, उसने न सिर्फ शादी की, बल्कि ससुराल ले जाने का दबाव बनाया. आखिरकार, दबाव में लड़की ससुराल चली गई.
ससुराल पहुंचते ही नर्क शुरू हो गया. जुलाई 2024 से नवंबर 2025 तक, पति ने कई बार उसका यौन शोषण किया. बिना सहमति के शारीरिक संबंध बनाए और मना करने पर मारपीट की धमकियां दीं. ये खबर आप गज़ब वायरल में पढ़ रहे हैं। लड़की ने बहन और दादी को शिकायत की, लेकिन उनका जवाब सुनकर दिल टूट गया. उन्होंने कहा ‘शादी के बाद बेटी का घर ससुराल होता है. डोली में जाती है, अर्थी में लौटती है. चुपचाप सह ले!’ ये पुरानी सोच ने लड़की को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन उसने हार नहीं मानी.
दो दिन पहले, हिम्मत जुटाकर वह मालाड पुलिस स्टेशन पहुंची. अपनी आपबीती सुनाई, तो पुलिस वाले स्तब्ध रह गए. तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई. पीड़िता के बयान पर एफआईआर दर्ज हुई. पति को फौरन गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस अब बाकी आरोपियों को पकड़ने में जुटी है. फिलहाल मामले की जांच जारी है.





