सुहागरात मनाने के बाद दूल्हे की मौत, चीख-चीख कर पूछ रही दुल्हन, आखिर मेरी क्या गलती थीˈ

उत्तर प्रदेश के अयोध्या से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया है। शादी की खुशियों के बीच, सुहागरात के बाद ही दूल्हे की अचानक मौत हो गई, जिससे नवविवाहित दुल्हन गहरे सदमे में है और चीख-चीख कर पूछ रही है, “आखिर मेरी क्या गलती थी?” इस दर्दनाक घटना ने हर किसी की आँखें नम कर दी हैं।

कोचिंग से शुरू हुई थी प्यार की कहानी: 

यह दुखद कहानी प्रदीप और शिवानी (बदला हुआ नाम) की है, जिनका रिश्ता एक कोचिंग सेंटर में शुरू हुआ था। दोनों ने साथ में पढ़ाई की और देखते ही देखते उनका प्यार परवान चढ़ा। परिवार वालों की सहमति से धूमधाम से उनकी शादी हुई। हर कोई उनकी नई ज़िंदगी की शुरुआत को लेकर खुश था। घर में शहनाई गूँज रही थी और चारों ओर उत्सव का माहौल था।

सुहागरात की रात और फिर सन्नाटा: 

शादी के सारे रीति-रिवाज पूरे होने के बाद, प्रदीप और शिवानी अपने नए जीवन की शुरुआत के लिए सुहागरात के कमरे में गए। परिवार और दोस्तों ने उन्हें शुभकामनाएँ दीं। लेकिन सुबह जब कमरा खोला गया, तो जो मंजर सामने आया, उसने सबके होश उड़ा दिए। प्रदीप का शव कमरे में मिला। बताया जा रहा है कि शिवानी सदमे में थी और रो-रोकर बदहवास हो चुकी थी।

मोबाइल पर आया मैसेज बना रहस्य! 

पुलिस की शुरुआती जाँच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि दुल्हन शिवानी की मौत गला घोंटने से हुई थी, जबकि दूल्हे प्रदीप की मौत फांसी लगाने से हुई। कमरे के अंदर से बंद होने से किसी तीसरे व्यक्ति की मौजूदगी की संभावना कम है।

पुलिस को दूल्हे प्रदीप के मोबाइल पर रात में आए कुछ संदिग्ध मैसेज या फोटो मिले हैं। आशंका जताई जा रही है कि इन्हीं मैसेज या फोटो के कारण दोनों के बीच कोई विवाद हुआ, जिसने इस भयानक मोड़ को जन्म दिया। हालाँकि, शिवानी के पास अपना मोबाइल फोन न होना भी एक रहस्य बना हुआ है। पुलिस ने मोबाइल फोन जब्त कर लिया है और कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही हैं ताकि मौत के पीछे का असली कारण पता चल सके।

दुल्हन का दर्दनाक सवाल: “मेरी क्या गलती थी?” इस दुखद घटना के बाद शिवानी का परिवार और रिश्तेदार गहरे सदमे में हैं। शिवानी, जो अभी कुछ ही समय पहले शादी के जोड़े में सजी थी, अब एक विधवा है और पूरी तरह टूट चुकी है। वह बार-बार एक ही सवाल पूछ रही है, “मेरी क्या गलती थी? मेरी खुशियों को किसकी नजर लग गई?” उसके इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है।

इस घटना ने एक बार फिर रिश्तों की जटिलताओं, विश्वास और आधुनिक संचार के प्रभावों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस मामले की हर पहलू से जाँच कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।