खून की कमी (एनीमिया): एक छोटी सी कमी, जो पूरी ज़िंदगी पर भारी पड़ सकती है!

क्या आपने कभी महसूस किया है कि ज़रा सा काम करने के बाद ही थकान, चक्कर या सांस फूलने लगती है?
अगर हां, तो यह सिर्फ थकान नहीं… ये खून की कमी (एनीमिया) का संकेत हो सकता है।

खून की कमी क्या है?

हमारे खून में लाल रक्त कोशिकाएं (RBC) होती हैं, जिनमें हीमोग्लोबिन नाम का प्रोटीन होता है।
हीमोग्लोबिन का काम है – ऑक्सीजन को पूरे शरीर में पहुंचाना
जब हीमोग्लोबिन कम हो जाता है, तो शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और हम जल्दी थक जाते हैं।

खून की कमी के आम लक्षण

  • जल्दी थक जाना और कमजोरी।
  • चेहरा पीला या फीका पड़ना।
  • बाल झड़ना और नाखून कमजोर होना।
  • चक्कर आना या सिर भारी लगना।
  • दिल की धड़कन तेज होना।

आयुर्वेदिक कारण (चारक संहिता अनुसार)

आयुर्वेद में खून की कमी को पांडु रोग कहा गया है।
इसके मुख्य कारण हैं:

  • पोषक तत्वों की कमी वाला आहार।
  • पाचन शक्ति (अग्नि) की कमजोरी।
  • बार-बार रक्तस्राव (पीरियड्स, चोट आदि)।
  • अधिक तनाव और अनियमित दिनचर्या।

आयुर्वेदिक उपाय

1. अनार का रस

  • विधि: ताज़ा अनार का रस रोज़ सुबह खाली पेट पिएं।
  • लाभ: हीमोग्लोबिन बढ़ाता है और पाचन सुधरता है।

2. गिलोय और आंवला

  • विधि: गिलोय के रस में आंवले का रस मिलाकर रोज़ सुबह पिएं।
  • लाभ: रक्त को शुद्ध करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।

3. गुड़ और तिल

  • विधि: रोज़ सुबह 1 चम्मच तिल और 1 टुकड़ा गुड़ साथ खाएं।
  • लाभ: आयरन और कैल्शियम से भरपूर, खून की कमी को तेजी से पूरा करता है।

4. हरी पत्तेदार सब्जियां

  • पालक, मेथी, बथुआ, सरसों – रोज़ के आहार में शामिल करें।

एक छोटी सी चेतावनी 🚨

बहुत ज्यादा कमजोरी, सांस फूलना या दिल की धड़कन तेज होना गंभीर एनीमिया का संकेत हो सकता है।
ऐसे में तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं।

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