
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) परिसर में रविवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां 11वीं कक्षा के हिंदू छात्र प्रशांत राठी पर कथित रूप से मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाले छात्रों ने हमला कर दिया। यह घटना अल्लामा इकबाल हॉल के पास की बताई जा रही है। आरोप है कि हमलावरों ने न केवल प्रशांत की पिटाई की, बल्कि उस पर जबरन कलमा पढ़ने का दबाव भी बनाया।
अचानक हुए हमले से मचा हड़कंप
जानकारी के मुताबिक, छात्र प्रशांत राठी अपने मित्र उजैफा से मिलने अल्लामा इकबाल हॉल गया था। तभी कुछ छात्रों ने उसे घेर लिया। प्रशांत का कहना है कि एक हमलावर के हाथ में पिस्टल (बटल या रिवॉल्वर) थी, जिससे उसके सिर पर वार किया गया। इसके बाद अन्य छात्रों ने मुक्कों और लातों से पिटाई की। बताया जा रहा है कि घटना के दौरान उन्होंने प्रशांत पर कलमा पढ़ने का दबाव बनाया। हंगामा बढ़ने पर मौके पर भीड़ जुट गई, जिसके बाद आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गए।
तहरीर में छह छात्रों के नाम, मेडिकल के बाद घर भेजा गया
मारपीट में प्रशांत के सिर में गंभीर चोटें आईं। उसे एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां देर रात इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। प्रशांत की ओर से प्रॉक्टर ऑफिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। तहरीर में छह हमलावरों के नाम दिए गए हैं।
पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन हरकत में
घटना के बाद एएमयू प्रशासन ने कैंपस में सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी है। प्रॉक्टर प्रो. एम. वसीम अली ने कहा कि शिकायत के आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और जांच शुरू हो चुकी है।इंस्पेक्टर सिविल लाइन पंकज मिश्रा ने भी घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि छात्र की पिटाई की सूचना मिली थी। सिर की चोटों की मेडिकल रिपोर्ट ली गई है और एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।
परिवार डरा, न्याय की मांग, जांच में नए एंगल पर काम
प्रशांत के परिवार ने इस घटना को लेकर चिंता जताई है। परिवार का कहना है कि छात्र अब डरा हुआ है और उन्हें अपनी सुरक्षा की चिंता है। उन्होंने पुलिस से त्वरित न्याय और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है। सूत्रों का कहना है कि मामला छात्रों के बीच व्यक्तिगत रंजिश या किसी लड़की को लेकर विवाद से जुड़ा हो सकता है। पुलिस इन सभी एंगल पर जांच कर रही है। हालांकि धार्मिक दबाव का आरोप इस घटना को और गंभीर बना देता है।
आरोपियों में वर्तमान और पूर्व छात्र शामिल
प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली ने बताया कि आरोपियों में कुछ वर्तमान छात्र हैं, जबकि कुछ पास आउट छात्र भी हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि छात्र की लिखित तहरीर में कलमा पढ़ने की बात का उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन अगर जांच में ऐसा सामने आता है तो उचित कदम उठाए जाएंगे। एएमयू प्रशासन ने सभी छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।


