
कक्षा 8 का एक लड़का, जिसे हमेशा कक्षा का ‘लीडर’ माना जाता था, वही अब अपने ही क्लासमेट्स के जाल में फंस गया. कर्नाटक में एक बुलिंग मामले ने सबको झकझोर दिया है. एक 13 साल के कक्षा 8 के छात्र को उसके तीन क्लासमेट्स ने स्कूल परिसर में हमला कर गंभीर चोटें पहुंचाईं. परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि लड़के को लंबे समय से निशाना बनाया जा रहा था.
आरोप है कि उसे बार-बार नकद और मोबाइल फोन लाने के लिए मजबूर किया जाता और फिर उसे छीन लिया जाता था. आरोपियों ने कथित तौर पर लड़के को वॉशरूम में ले जाकर हमला किया. पीड़ित के परिवार का कहना है कि प्रारंभ में पुलिस ने FIR दर्ज करने में हिचकिचाहट दिखाई, लेकिन रिश्तेदारों के दबाव के बाद मामला दर्ज किया गया.
शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं
जयलक्ष्मीपुरम पुलिस स्टेशन ने भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें जानबूझकर चोट पहुंचाने और किसी की जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप शामिल हैं. ये खबर आप गज़ब वायरल में पढ़ रहे हैं। लड़के के सहपाठियों पर किशोर न्याय अधिनियम के तहत भी कार्रवाई की जा रही है. पीड़ित ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बुलिंग लगभग चार सालों से जारी थी.
लड़के ने कहा कि यह तब शुरू हुआ जब मैं कक्षा 4 में था. मुझे कक्षा का लीडर बनाया गया और कहा गया कि जो भी गलत काम करे, उसकी रिपोर्ट करूं. मैंने ऐसा किया और तभी उन्होंने मुझे पीटना शुरू कर दिया. उसने कहा कि मेरी मां ने शिक्षक से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.


