कफ सिरप तस्करी कांड: शैली ट्रेडर्स के खातों में 425 करोड़ के संदिग्ध लेन-देन का खुलासा, 30 बैंक खाते फ्रीज

नशीले कफ सिरप कोडीन युक्त दवाओं का दुरुपयोग युवाओं में नशे की लत के रूप में तेजी से फैल रहा है। शैली ट्रेडर्स फर्म अवैध सप्लाई करने का मुख्य केंद्र थी।

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ज्ञान प्रकाश चतुर्वेदी, सोनभद्र: सोनभद्र पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने नशीले कफ सिरप की अवैध तस्करी और उसके कारोबार से जुड़े बड़े वित्तीय घोटाले में सोमवार को अहम खुलासे किए। मुख्य स्टॉकिस्ट शैली ट्रेडर्स के खातों की जांच में पिछले दो वर्षों में करीब 425 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेन-देन का पता चला है। इस दौरान तक करीब 30 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है, जिनमें लगभग 60 लाख रुपये की राशि जमा है।

थाना रॉबर्ट्सगंज में दर्ज मुकदमे की विवेचना कर रही एसआईटी ने शैली ट्रेडर्स के चार्टर्ड अकाउंटेंट विष्णु अग्रवाल को नोटिस जारी कर 10 दिसंबर तक सभी वित्तीय अभिलेख, लेजर, जीएसटी रिटर्न और बैंक स्टेटमेंट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। जांच में पाया गया कि यह फर्म नशीले कफ सिरप की बड़ी मात्रा को अवैध रूप से सप्लाई करने का मुख्य केंद्र थी।


फर्म मालिकों को भेजे गए नोटिस

एसआईटी ने तस्करी की पूरी चेन में शामिल अन्य फर्मों और व्यक्तियों को भी कटघरे में खड़ा किया है। सोनभद्र में मां कृपा मेडिकल स्टोर और शिविक्षा फर्म, भदोही के नया बाजार में दिलीप मेडिकल एजेंसी व आयुष इंटरप्राइजेज तथा परसीपुर स्थित राजेंद्र एंड संस ड्रग एजेंसी को साक्ष्यों सहित उपस्थित होने के नोटिस भेजे गए हैं। ये खबर आप गज़ब वायरल में पढ़ रहे हैं। शिविक्षा फर्म अंकिता गुप्ता (पति-विजय गुप्ता) द्वारा संचालित है। इन फर्मों के भवन मालिकों को भी नोटिस जारी किए गए हैं।


जल्‍द होंगी और गिरफ्तारियां

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नशीले कफ सिरप कोडीन युक्त दवाओं का दुरुपयोग युवाओं में नशे की लत के रूप में तेजी से फैल रहा है। एसआईटी प्रमुख ने बताया कि पूरे नेटवर्क की गहन जांच जारी है और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। इस मामले में अब तक की सबसे बड़ी वित्तीय अनियमितता सामने आई है, जिससे अवैध नशीली दवाओं के कारोबार की गहराई का पता चलता है।

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