
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की 7 महीने की गर्भवती कांस्टेबल ने आंध्र प्रदेश में आयोजित अखिल भारतीय पुलिस वेटलिफ्टिंग क्लस्टर 2025-26 में 145 किलोग्राम वजन उठाकर ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है. इसके साथ ही उन्होंने स्क्वॉट में 125 किलो और बेंच प्रेस में 80 किलोग्राम वजन उठाया. देखते ही देखते इन कांस्टेबल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और हर कोई उनके जुनून और साहस की तारीफ कर रहा है. हालांकि एक वर्ग उनसे नाखुश भी नजर आया क्योंकि कुछ लोगों का मानना है कि इतना भारी वजन उठाने से बच्चे और उनकी सेहत को कुछ नुकसान भी हो सकता है. अब ये कांस्टेबल कौन हैं, क्या करती हैं, उन्होंने ऐसी फिटनेस कैसे पाई इस बारे में जान लीजिए.
कौन हैं ये लेडी कांस्टेबल?
दिल्ली पुलिस की इन दमदार कांस्टेबल का नाम सोनिका यादव है. सोशल मीडिया अकाउंट के मुताबिक, वो नेशनल पॉवरलिफ्टर भी हैं. सोनिका की इंस्टाग्राम प्रोफाइल देखकर लगता है कि उन्होंने अपना काफी वजन कम भी किया है जिसकी फोटोज उन्होंने पोस्ट की हुई हैं. सोनिका अपनी ड्यूटी के साथ-साथ परिवार की जिम्मेदारी उठाती हैं और रोजाना फिटनेस के लिए जिम भी जाती हैं. जिम के वीडियोज में उन्होंने पहले भी काफी इतना अधिक वजन उठाते देखा गया है.
जानकारी के मुताबिक, सोनिका को मई में जब पता चला था कि वो प्रेग्नेंट हैं तो भी उन्होंने जिम जाना और ट्रेनिंग करना नहीं छोड़ा था. उन्होंने पूरी प्रेग्नेंसी में वेट लिफ्टिंग जारी रखी और इसी जुनून ने उन्हें इतना हैवी वेट उठाने में मदद की. सोनिका ने इंटरव्यू में बताया कि उन्हें पता चला था कि लूसी मार्टिन्स नाम की एक महिला ने भी प्रेग्नेंसी के दौरान इतना वजन उठाया था. जिनकी स्टोरी से उन्हें काफी मदद मिली.
कैसे उठाया इतना वजन?
जब हमने सोनिका की इंस्टाग्राम को देखा तो वहां पर पोस्ट की गईं फोटो और वीडियोज को देखकर लग रहा है कि वे काफी सालों से अपने ऊपर काम कर रही हैं. साइंस कहता है कि यदि आप धीरे-धीरे अपने मसल्स पर टेंशन बढ़ाते जाते हैं तो आपका शरीर उतना वजन उठाने का आदी हो जाता है.
सोनिका हमेशा से ही हैवी लिफ्टिंग की ओर फोकस करते आई हैं और इससे पहले भी वे काफी मेडल्स जीत चुकी हैं. इसके लिए वे अपनी डाइट और हर छोटी से छोटी लाइफस्टाइल हैबिट्स की ओर खास ध्यान देती थीं. वह कोच के अंडर में रहकर ट्रेनिंग करती थीं जिससे उन्होंने अपनी प्रेग्नेंसी को घ्यान में रखकर धीरे-धीरे अपनी स्ट्रेंथ और वीकनेस पर काम करने में मदद करते थे. इससे धीरे-धीरे उनकी स्ट्रेंथ बढ़ी और कॉम्पिटिशन में उन्होंने इतनी अच्छी परफॉर्मेंस दी.
प्रेग्नेंसी में वेट लिफ्टिंग कितनी सुरक्षित है?
न्यूयॉर्क के आरएमए में डबल बोर्ड सर्टिफाइड आरईआई और ओबीजीवाईएन डॉ. लकी सेखों अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्सटेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट्स का हवाला देते हुए कहते हैं, ‘गर्भावस्था के दौरान वजन उठाना सुरक्षित है. हालांकि आपको हमेशा पहले अपने डॉक्टर से बात करना चाहिए.’
प्रेग्नेंसी के दौरान भारी वजन उठाना उन लोगों के लिए सुरक्षित हो सकता है जो पहले से वेट ट्रेनिंग करती आ रही हैं और जिन्हें डॉक्टर परमिशन देते हैं. लेकिन गर्भावस्था के दौरान सही पोश्चर में करना, पेट पर अधिक लोड ना डालना जैसी सावधानियां रखनी काफी जरूरी है. हालांकि कुछ महिलाओं को वेट लिफ्टिंग से जोखिम भी हो सकता है जिसमें पेल्विक मसल्स में खिंचाव, प्रिमेच्योर डिलीवरी की संभावना भी होती है.





