
मध्य प्रदेश के कटनी जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया जब बजरंग दल के जिला पदाधिकारी नीलेश उर्फ नीलू रजक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह वारदात कैमोर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने घटित हुई, जहां दो नकाबपोश बदमाशों ने नीलू रजक पर पीछे से फायरिंग कर दी. गोली लगने से गंभीर रूप से घायल नीलू रजक को तत्काल विजयराघवगढ़ के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वहीं घटना के बाद मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावर चेहरे पर कपड़ा बांधे हुए थे और वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से तेज रफ्तार बाइक पर फरार हो गए. पुलिस को घटनास्थल से खून से सने कपड़े और गोली के खोखे मिले हैं. हत्या के बाद स्थानीय लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला. लोग सड़कों पर उतर आए और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करने लगे.
इस बीच घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें दो नकाबपोश युवक सिर्फ 12 सेकंड में वारदात को अंजाम देकर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि हमलावर पीछा कर थे. जैसे ही वह बैंक के पास पहुंचे तभी बदमाशों ने नजदीक से फायरिंग कर दी। भाई गोली लगने के बाद निलेश बाइक से नीचे करके और हमलावर फरार हो गए.

खंगाले जा रहे सीसीटीवी फुटेज
घटना की सूचना मिलते ही कैमोर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है और संदिग्धों की पहचान की कोशिश की जा रही है. वहीं, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता हत्या से गुस्से में हैं और उन्होंने पुलिस प्रशासन से कठोर कार्रवाई की मांग की है, बताया जा रहा है कि नीलू रजक बजरंग दल के सक्रिय जिला पदाधिकारी थे और सामाजिक गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे. पुलिस इस हत्याकांड के पीछे व्यक्तिगत रंजिश या संगठनात्मक दुश्मनी की भी जांच कर रही है. फिलहाल इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और एहतियातन अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.
लोगों को समझा रहे अधिकारी
घटना के बाद बजरंग दल और हिंदू सेवा संगठनों के लोग सड़कों पर उतर आए हैं जो पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. लोगों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यहां बजरंग दल कार्यकर्ता की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई और पुलिस सो रही है. सूचना देने के बावजूद भी पुलिस नहीं पहुंची और शव सड़क पर पड़ा रहा. फिलहाल पुलिस की आलाधिकारी लोगों को समझाइश देने में जुटे हुए हैं.




