गोरखपुर में एक महिला ने अपने पति सहित ससुरालियों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज करवाई. पति पर नस सूखने का इंजेक्शन देने का और ननद पर गर्भपात की दवा खिलाने का आरोप लगाया है.

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक विवाहिता ने अपने पति, ननद और ससुराल के पक्ष के अन्य लोगों पर गंभीर आरोप लगाए. प्रताड़ना की दास्तां सुनाकर उनके खिलाफ थाने में मामला दर्ज करवाया. विवाहिता का आरोप है कि दहेज की खातिर ससुरालिए उसे तंग करते थे. पति ने तो उसे नस सूखने वाले इंजेक्शन तक लगाए. ननद ने भी उसे जबरन अबॉर्शन की दवा पिला दी.
मामला कैंपियरगंज थाना क्षेत्र का है. पुलिस नवविवाहिता के ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है. नवविवाहित शशि यादव का आरोप है कि दहेज में कम सामान मिलने से नाराज ससुराल वाले उसके साथ आए दिन मारपीट करते हैं. उसे जबरन नस सूखने का इंजेक्शन लगाया और उसका गर्भपात भी करवाया है.
शशि यादव ने बताया कि उसकी शादी एक मई 2025 को जितेंद्र यादव से हिन्दू रति रिवाज के साथ हुई थी. शादी के बाद उसके घर वालों ने 5 लाख नकद, एक पल्सर मोटरसाइकिल, सोने चांदी की जेवर और अन्य सामान देकर उसे ससुराल के लिए विदा किया था.
पीड़िता ने बताया कि 28 जुलाई 2025 को बंदोह बनोहिया स्थित ससुराल में उससे खूब मारपीट की गई. वो तब भी ये सब सहती रही. एक दिन उसके पिता की तबीयत खराब हो गई. उसने पति से कहा कि वो मायके जाना चाहती है. तब 29 जुलाई को उसे ससुराल से भेजा तो गया मगर सारे गहने ससुरालियों ने अपने पास रख लिए. उसे ससुराल से कोई सामान नहीं ले जाने दिया गया.
डॉक्टर से करवाया चेकअप
महिला का आरोप है कि उसका पति उसे बिना बीमारी के ही नस सूखने का इंजेक्शन लगवाता था. ननद ने गर्भपात करवाने वाली दवा भी उसे खिलाई थी, जिससे उसकी तबीयत खराब हो गई और उसका गर्भ खराब हो गया. जब उसने इसका विरोध किया तो उसे चार पहिया वाहन लाने का ससुराल वाले दबाव बनाने लगे. पीड़िता ने बताया- मैंने पीपीगंज में डॉ. रीमा गोयल से अपना चेकअप करवाया, क्योंकि मेरी तबीयत खराब रहने लगी थी. तब पता चला कि पति मुझे बेवजह नस सूखने वाले इंजेक्शन लगा रहा था.
मामले की जांच जारी है
पीड़िता ने फिर इसकी सूचना पुलिस को दी, जिस आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. मामले की छानबीन की जा रही है. वहीं, इस माममें में महिला थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज के मामले की छानबीन की जा रही है. ये खबर आप गज़ब वायरल में पढ़ रहे हैं। कॉल डिटेल, चिकित्सा रिपोर्ट एवं बयान के आधार पर जांच की जा रही है.





