नीलम हत्याकांड में बोरे में भरी लाश लेकर 70 किमी तक घूमता रहा, फिर…!


गोरखपुर। गोरखपुर के गोरखनाथ थाना क्षेत्र की रामपुर नयागांव निवासी 19 वर्षीय नीलम निषाद की हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है। तीन लाख रुपये के लिए भाई ने ही बहन की हत्या की थी। हत्या के बाद आरोपी भाई शव को बोरे में लेकर कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया में फेंक आया था।

गोरखपुर के गोरखनाथ थाना क्षेत्र के रामपुर नयागांव में तीन लाख रुपये के विवाद में एक भाई ने अपनी ही बहन की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद वह शव को बोरे में भरकर कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र में गन्ने के खेत में फेंक आया।

गुमशुदगी की सूचना मिलने के दो दिन बाद पुलिस ने बुधवार देर रात आरोपी भाई की निशानदेही पर शव बरामद कर लिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। रामपुर नयागांव निवासी नीलम निषाद (19) बीते 27 अक्तूबर की शाम पांच बजे घर से निकली थी और फिर नहीं लौटी।

उसकी बहन इसरावती देवी ने रात में 112 नंबर पर गुमशुदगी की सूचना दी थी। अगले दिन परिजनों ने थाने में तहरीर देकर नीलम के भाई राम आशीष निषाद पर हत्या की आशंका जताई। परिवार के मुताबिक, तीन लाख रुपये के लेनदेन को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था।

पुलिस ने राम आशीष को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पहले उसने गुमराह करने की कोशिश की और बताया कि वह कुशीनगर के कप्तानगंज में पत्नी के पास गया था। मगर सर्विलांस और साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने सच्चाई उजागर कर दी।

रस्सी से बहन का गला दबाकर की हत्या
दबाव में आने पर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी ने बताया कि उसने घर में ही रस्सी से बहन का गला दबाकर हत्या की और शव को बोरी में भरकर कुशीनगर में फेंक दिया। पुलिस ने बुधवार देर रात आरोपी की निशानदेही पर शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

सीसीटीवी फुटेज और सीडीआर के जरिये खुला राज
गोरखपुर के गोरखनाथ थाना क्षेत्र की रामपुर नयागांव निवासी 19 वर्षीय नीलम निषाद की हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है। आरोपी भाई रामआशीष निषाद की करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। सोमवार शाम को उसने बहन की हत्या के बाद शव को बोरे में भरकर बाइक से कुशीनगर ले जाकर फेंक दिया था। गली के मोड़ पर बोरा कई बार गिरा, जिसे वह जल्दी-जल्दी उठाकर भागता दिखा।

स्थानीय महिला सुदामी देवी ने बताया कि उन्होंने सोमवार की शाम राम आशीष को बोरे में कुछ रखकर ले जाते देखा था। संदेह होने पर उन्होंने यह बात पुलिस को बताई। पुलिस ने जब आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो पूरा घटनाक्रम फुटेज में कैद मिला। इसके बाद आरोपी को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई। पहले तो वह बार-बार बयान बदलता रहा, लेकिन जब पुलिस ने फुटेज और साक्ष्य दिखाए तो वह टूट गया और जुर्म कबूल कर लिया।

तीन लाख रुपये को लेकर चल रहा था विवाद
नीलम के पिता चिंकू निषाद ने बताया कि उनके बेटे रामआशीष और बेटी नीलम के बीच लंबे समय से संपत्ति और रुपये को लेकर झगड़ा चल रहा था। तीन साल पहले जमीन अधिग्रहण के मुआवजे के बाद से परिवार में तनाव था।

उन्होंने बताया कि नीलम की शादी के लिए तीन लाख रुपये अलग रखे थे, जिन्हें रामआशीष बार-बार मांगता था। रुपये न मिलने पर वह नीलम को जान से मारने की धमकी देता था। आखिरकार उसी खुन्नस में उसने नीलम की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को बोरे में भरकर फेंक दिया।

70 किमी तक बाइक से बहन का शव लेकर घूमता रहा भाई
राम आशीष निषाद बहन नीलम की हत्या के बाद उसका शव बोरे में भरकर बाइक से करीब 70 किमी दूर कुशीनगर तक ले गया। रास्ते में कई जगह बोरा गिरा भी, लेकिन वह गेहूं ले जाने की बात कहकर लोगों को गुमराह करता रहा। पुलिस को भी उसकी हरकतों की भनक नहीं लगी।

बाद में सीसीटीवी फुटेज से सारा सच सामने आ गया। पुलिस ने भी जब आरोपी से पूछताछ की तो पहले उसने गेहूं का बोरा ससुराल कप्तानगंज ले जाने की बात कही, लेकिन जब उसके परिजनों ने विवाद की बात बताई तो वह शक के दायरे में आ गया।

नवरात्र से मायके में है आरोपी की पत्नी व बेटी
पिता ने बताया कि आरोपी राम आशीष पेशे से राजगीर है। वह अपनी पत्नी रेनू व बेटी के साथ परिवार से अलग रहता था। नवरात्र से ही उसकी पत्नी व बेटी कप्तानगंज स्थित अपने मायके में हैं। पत्नी व बेटी के मायके में रहने के बाद से उसका व्यवहार भी बदल गया था। आए दिन मरने मारने की बात करता था।

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