भारत के सबसे बड़े साइबर सुरक्षा सम्मेलन – c0c0n 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू

भारत का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित साइबर सुरक्षा सम्मेलन c0c0n 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन आधिकारिक रूप से शुरू हो गया है। यह कॉन्फ्रेंस 10 और 11 अक्टूबर 2025 को ग्रैंड हयात, कोच्चि में आयोजित होगा।

मुख्य सम्मेलन से पहले, 7, 8 और 9 अक्टूबर को दुनिया के शीर्ष साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों द्वारा विशेष हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग सेशन आयोजित किए जाएंगे, जहाँ प्रतिभागियों को उन्नत साइबर डिफेंस तकनीकों का व्यावहारिक अनुभव मिलेगा।

उभरते खतरों और रुझानों पर फोकस

आज के समय में AI-आधारित साइबर हमले, RaaS (Ransomware-as-a-Service), स्टेट-प्रायोजित हैकिंग और डीपफेक के जरिए फैलाया जा रहा गलत सूचना बड़ी चुनौती बन गए हैं। ऐसे में c0c0n 2025 में दुनिया भर के विशेषज्ञ एक साथ आएंगे और डिजिटल ट्रस्ट व साइबर सुरक्षा के भविष्य पर चर्चा करेंगे।

मुख्य विषयों में शामिल होंगे:

  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा – कैसे AI का उपयोग हमलावर फिशिंग, मालवेयर और धोखाधड़ी के लिए कर रहे हैं, और रक्षकों को AI से कैसे जवाब देना चाहिए।
  • रैंसमवेयर का विकास – व्यक्तिगत हमलों से लेकर बड़े संगठनों, अस्पतालों और सरकारी संस्थानों को निशाना बनाने वाले RaaS सिंडिकेट तक।
  • क्वांटम कंप्यूटिंग खतरे – भविष्य के लिए तैयार रहना जब क्वांटम डिक्रिप्शन मौजूदा एन्क्रिप्शन मानकों को तोड़ सकता है।
  • डीपफेक और सूचना युद्ध – राजनीति, वित्त और समाज में AI-जनित गलत सूचना से निपटना।
  • क्लाउड और IoT सुरक्षा – 5G, कनेक्टेड डिवाइस, औद्योगिक IoT और स्मार्ट शहरों में मौजूद कमजोरियों को दूर करना।
  • सप्लाई चेन अटैक – हाल के वैश्विक उल्लंघनों से सीखना, जहाँ हमलावरों ने विक्रेताओं को निशाना बनाकर महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे तक पहुँच बनाई।
  • डिजिटल फॉरेंसिक और इंसीडेंट रिस्पॉन्स – हमलों की तेजी से पहचान, जांच और कानूनी कार्रवाई की बढ़ती आवश्यकता।

विभिन्न सेक्टरों में साइबर सुरक्षा

सम्मेलन में इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए रणनीतियाँ बताई जाएंगी:

  • बैंकिंग और फिनटेक – ऑनलाइन धोखाधड़ी और डिजिटल पेमेंट अटैक से सुरक्षा।
  • हेल्थकेयर और फार्मा – मरीजों के डेटा और रिसर्च की सुरक्षा।
  • शिक्षा एवं रिसर्च संस्थान – बौद्धिक संपदा की सुरक्षा।
  • मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल, ऑयल और गैस – इंडस्ट्रियल कंट्रोल सिस्टम को साइबर हमलों से बचाना।
  • रिटेल, ई-कॉमर्स और मीडिया – पहचान की चोरी और ब्रांड की नकली छवि से बचाव।
  • सरकारी विभाग – स्टेट-प्रायोजित साइबर हमलों से सुरक्षा सुनिश्चित करना।

वैश्विक भागीदारी और प्रभाव

दुनिया के प्रमुख साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ, व्हाइट-हैट हैकर्स और विभिन्न जांच एजेंसियों के अधिकारी नवीनतम तकनीकों, वास्तविक केस स्टडीज और सामूहिक सुरक्षा उपायों पर अपने अनुभव साझा करेंगे।

c0c0n की शुरुआत 2008 में हुई थी और पिछले 18 वर्षों में यह एक वैश्विक मंच बन चुका है। इसने Cyberdome, Drone Forensic Lab और Child Sexual Exploitation Prevention Centre जैसी पहलों को जन्म दिया है।

यह सम्मेलन ISRA (Information Security Research Association) और केरल पुलिस द्वारा आयोजित किया जा रहा है, साथ ही कई वैश्विक साइबर सुरक्षा संगठनों का सहयोग भी रहेगा।

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