पॉलिटिकल साइंस से एमए और B.Ed कीˈ डिग्री, सीधी-सादी बहू पूनम कैसे बनी साइको किलर? क्या कहते हैं मनोवैज्ञानिक!

हरियाणा के पानीपत जिले के भावड़ गांव ही नहीं पूरे दिल्ली-एनसीआर और देश में साइको किलर पूनम की चर्चा हो रही है. उस पूनम की चारों तरफ चर्चा हो रही है, जो साल 2023 में शादी के बाद जब घर आई थी तो शांत स्वभाव और सामान्य महिला लगती थी. पूरे शरीर पर साड़ी रहती थी. किसी ने घर में उसकी आवाज ऊंची होते नहीं देखा. आज वही पूनम साइको किलर पूनम बन गई है. चार मासूमों की हत्या के आरोप में पुलिस हिरासत में है. ऐसे में बड़ा सवाल पॉलिटिकल साइंस से एमए और बीएड की डिग्री लेकर घर की एक सीधी-सादी बहू कैसे बनीं साइको किलर? क्या कहते हैं मनोवैज्ञानिक और क्या सचमुच में पूनम पर भूत-प्रेत की काली छाया आ जाती थी?

पानीपत के भावड़ गांव में चार मासूम बच्चों की हत्या ने पूरे देश को हैरत में डाल दिया है. हत्या करने वाली महिला कोई और ने नहीं, बल्कि उनकी अपनी मां पूनम ने की. बेहद शांत, कम बोलने वाली और सामान्य महिला मानी जाने वाली पूनम क्या किसी मानसिक बीमारी से ग्रस्त है? क्यों पूनम का जेठ कह रहा है कि उस पर प्रेत आत्मा की काली छाया आती थी? पूनम कब से करने लगी अजीब सी हरकतें? पूनम को लेकर परिवार वाले क्या बोल रहे हैं? बेहद शांत स्वभाव, कम बोलने वाली और सामान्य महिला पूनम पर क्या प्रेत आत्मा की काली छाया आती थी?

साइको किलर पूनम की कहानी

उसके जेठ ने बताया है कि कभी-कभी वह बोलती थी तो ऐसा लगता था कि जैसे उसकी आवाज नहीं है. वह बोलती क्यों बोलती थी कि सबका नाश कर दूंगी? ये खबर आप गज़ब वायरल में पढ़ रहे हैं। पूनम के साइको किलर बनने की दास्तान ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसकी जड़ें शायद मानसिक समस्याओं या पारिवारिक तनाव में छिपी हैं. पूनम के असामान्य व्यवहार की ओर इशारा करते हैं. पूनम के जेठ ने बताया कि पिछले कुछ समय से पूनम अजीब सी हरकतें करने लगी थी.

पूनम के जेठ की मानें तो पहले पूनम का स्वभाव बेहद शांत था, लेकिन कभी-कभी वह जब बात करती थी तो ऐसा लगता था जैसे यह उसकी आवाज नहीं है. आवाज में एक अजीब गहराई और बदलाव महसूस होता था. पूनम किसी ‘प्रेत आत्मा की काली छाया’ के असर में थी. परिवार वालों के अनुसार, पूनम अक्सर आक्रामक हो जाती थी और चीखकर कहती थी कि वह ‘सबका नाश कर दूंगी’ या ‘सबको खत्म कर दूंगी’. हालांकि, किसी ने भी उसके मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया.

क्या कहते हैं मनोवैज्ञानिक?

पूनम के परिवार वाले इस समय गहरे सदमे में हैं. चार बच्चों को खो देने का दर्द और अपनी बहू के इस खौफनाक कृत्य ने उन्हें झकझोर दिया है. उनका जोर इस बात पर है कि पूनम को कोई मानसिक समस्या थी या उस पर किसी अदृश्य शक्ति का साया था, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया. इस तरह के मामलों पर मनोवैज्ञानिकों की राय अलग होती है. वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक नवीन कुमार कहते हैं, ‘किसी भी व्यक्ति, खासकर एक मां, द्वारा इस तरह के कृत्य को अंजाम देना गंभीर मानसिक विकारों की ओर इशारा करता है. पूनम के व्यवहार में जो अजीब बदलाव, आवाज का बदलना और हिंसात्मक धमकियां थीं, वे किसी गंभीर मनोरोग या डिलीरियम की स्थिति के लक्षण थे.’

क्या भूत-प्रेत की काली छाया आती थी पूनम पर?

नवीन कुमार कहते हैं, ‘इस दौरान व्यक्ति वास्तविकता और भ्रम में फर्क नहीं कर पाता है और हिंसा पर उतारू हो जाता है. ‘प्रेत आत्मा’ जैसी बातें अक्सर सांस्कृतिक विश्वास होती हैं, जबकि विज्ञान इसे मानसिक स्वास्थ्य की गंभीर समस्या मानता है. पूनम के मानसिक स्वास्थ्य की गहन जांच होनी चाहिए.’

पानीपत पुलिस फिलहाल चार बच्चों की हत्या के पीछे के सही कारण का पता लगाने में जुटी है. पूनम को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर लेकर मानसिक स्वास्थ्य की जांच कराई जा सकती है. यह मामला परिवार और समाज के लिए मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर ध्यान देने के लिए एक बड़ी चेतावनी है.

Leave a Reply