
मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में हवाला की रकम लूट के सनसनीखेज मामले ने पूरे पुलिस महकमे को हिलाकर रख दिया है. इस प्रकरण में प्रदेश के DGP ने एसडीओपी पूजा पांडे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. वहीं जबलपुर जोन के पुलिस महानिरीक्षक प्रमोद वर्मा ने सिवनी और छिंदवाड़ा जिले में पदस्थ कुल 9 पुलिसकर्मियों को संदिग्ध आचरण और अनुशासनहीनता के आरोप में सस्पेंड कर दिया है.
निलंबित पुलिसकर्मियों में उपनिरीक्षक अर्पित भैरम, प्रधान आरक्षक माखन और रविंद्र उईके, आरक्षक जगदीश यादव, योगेंद्र चौरसिया, चालक रितेश, नीरज राजपूत, केदार और सदाफल शामिल हैं. ये सभी जिले के बंडोल थाना व एसडीओपी कार्यालय में पदस्थ थे. निलंबन अवधि में इन्हें नियम अनुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा और पुलिस लाइन सिवनी में उपस्थिति अनिवार्य रहेगी.
हवाला कारोबार से जुड़े पैसे का गबन!
यह पूरा मामला तब सामने आया, जब कटनी से महाराष्ट्र के जालना जा रहे लगभग 2 करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपए के हवाला कारोबार से जुड़ी रकम को कथित रूप से पुलिस द्वारा लूटे जाने की शिकायत दर्ज कराई गई. बताया गया कि जालना निवासी सोहनलाल परमार यह रकम कार एमएच 13 ईके 3430 में लेकर जा रहा था. रास्ते में सूचना मिलने पर बंडोल थाना पुलिस ने रात एक से दो बजे के बीच वाहन को रोका.
जंगल में ले जाकर पूछताछ की
सूत्रों के मुताबिक, कार सवारों को पास के जंगल में ले जाकर पूछताछ की गई और पुलिस ने रकम जब्त कर उन्हें मारपीट के बाद छोड़ दिया. अगली सुबह पीड़ित पक्ष कोतवाली थाने पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई. मामला एसडीओपी कार्यालय पहुंचा, जहां कथित रूप से संबंधित पुलिसकर्मियों ने शिकायतकर्ताओं को घंटों तक बैठाए रखा और बाद में रवाना कर दिया.
एसडीओपी पूजा पांडे ने झूठ बोला!
दिनभर इस घटना को लेकर पुलिस विभाग में अफरा-तफरी मची रही. शुरू में एसडीओपी पूजा पांडे ने किसी भी लूट की घटना से इनकार किया, लेकिन बाद में जांच की बात कही. जब यह जानकारी डीआईजी राकेश कुमार सिंह तक पहुंची तो उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों को फटकार लगाई और जांच का आदेश दिया.
कार से 1 करोड़ 45 लाख रुपए बरामद
शाम तक सिवनी पुलिस अधीक्षक सुनील मेहता ने बयान जारी किया कि बुधवार रात सीलादेही बाईपास पर एसडीओपी पूजा पांडे के नेतृत्व में चेकिंग के दौरान एक कार से 1 करोड़ 45 लाख रुपए बरामद किए गए हैं. उन्होंने कहा कि राशि की वैधता की जांच की जा रही है और पुलिस पर लगे आरोपों की विभागीय जांच होगी.
9 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया
आईजी प्रमोद वर्मा ने बताया कि पूरे मामले को संदिग्ध मानते हुए 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में अनुशासनहीनता और लापरवाही के प्रमाण मिले हैं. आगे की जांच एएसपी आयुष अग्रवाल को सौंपी गई है, जो सिवनी पहुंचकर घटना की विस्तृत जांच करेंगे. इस कार्रवाई के बाद पूरे सिवनी पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी.