
21वीं सदी का भारत, जहां विज्ञान और तकनीक की ऊंचाइयों को छूने की बातें होती हैं. वहीं कुछ गांवों में आज भी अंधविश्वास का ज़हर लोगों के जहन में जिंदा है. इसका ताजा उदाहरण उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से सामने आया है, जहां जादू-टोना के शक में दो निर्दोष युवकों को अमानवीय यातना दी गई. घटना जुगैल थाना क्षेत्र के खरहरा गांव की है, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया है.
गांव के कुछ लोगों ने दो युवकों पर ‘जादू-टोना’ करने का शक जताया. इसके बाद भीड़ ने उन्हें पकड़कर पहले बंधक बनाया, फिर रस्सियों से बांधकर पेड़ से लटका दिया. इसके बाद लाठी-डंडों से इतनी बेरहमी से पिटाई की गई कि उनके शरीर पर गंभीर चोटों के निशान उभर आए. घटना के दौरान किसी ने मोबाइल से वीडियो बना लिया, जो कुछ दिनों बाद सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया.
वीडियो सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई और तत्काल जांच शुरू की. सोनभद्र पुलिस ने तहरीर और वायरल वीडियो के आधार पर केस दर्ज करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस पूरे कांड में गांव के पूर्व प्रधान समेत कई लोगों के शामिल होने की जानकारी सामने आई है. पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपियों की पहचान कर ली गई है और बाकी की तलाश जारी है.
जान बचाकर भाग निकले दोनों
पीड़ित युवकों ने आरोप लगाया कि उन्हें घंटों तक बंधक बनाकर पीटा गया, अपमानित किया गया और जादू-टोना करने का ठप्पा लगाकर पूरे गांव में बदनाम किया गया. किसी तरह जान बचाकर वे वहां से भाग निकले और अस्पताल में इलाज कराया. पुलिस ने इस मामले में SC/ST एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. वहीं प्रशासन गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने में जुटा है.
यह घटना एक बार फिर समाज के उस कुरूप चेहरे को उजागर करती है जहां विज्ञान के युग में भी अंधविश्वास की बेड़ियां इंसानियत का गला घोंट रही हैं. सवाल ये है कि जब देश चांद पर पहुंच चुका है, तो क्या अब भी लोग अंधविश्वास के अंधकार में डूबे रहेंगे.


