
सिडनी: रोहित शर्मा और विराट कोहली… ये दो सिर्फ दो नाम नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट की शान है. दो नाम, लेकिन एक धड़कन. दो किरदार, लेकिन एक कहानी. वो जोड़ी, जिसने भारत को अंधेरों से निकालकर जीत की रौशनी दी. वो जोड़ी जिसने हार में भी उम्मीद जगाई. अब शनिवार को दोनों ऑस्ट्रेलिया की धरती पर संभवत: आखिरी मैच खेलने उतरेंगे.
रोहित पहली बार 2007-08 में वन डे श्रृंखला के लिए यहां आए थे जबकि कोहली का सीनियर टीम के साथ पहला दौरा 2011-12 सत्र में था, जब उन्होंने एडिलेड में टेस्ट शतक लगाकर अपना प्रभाव छोड़ा था. अगले दो साल में ऑस्ट्रेलिया में कोई वनडे सीरीज नहीं होने के कारण यह सोचना असंभव है कि यह जोड़ी फिर से भारत की तरफ से ऑस्ट्रेलिया में खेलेगी.
रोहित शर्मा ने 23 अक्टूबर को खेले गए तीन मैच की सीरीज के दूसरे वनडे में 97 गेंदों पर 73 रन बनाकर कुछ राहत की सांस ली है, लेकिन कोहली दोनों मैच में खाता खोलने में असफल रहे. यह वनडे क्रिकेट में पहला अवसर है जबकि वह लगातार जो मैच में खाता नहीं खोल पाए. इसने निश्चित रूप से उनके कट्टर प्रशंसकों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या यह अंत की शुरुआत है.
ऑस्ट्रेलिया ने वर्तमान श्रृंखला के पहले दोनों मैच जीत कर सीरीज अपने नाम कर दी है, लेकिन कोहली और रोहित की मौजूदगी के कारण तीसरा एकदिवसीय मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए महत्वपूर्ण बन गया है. सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर मौजूद दर्शक निश्चित तौर पर इन दोनों से अच्छी पारी की उम्मीद करेंगे.
यह मैच इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि गौतम गंभीर की कोचिंग वाली भारतीय टीम 0-3 से क्लीन स्वीप से बचना चाहती है, लेकिन आंकड़े भारतीय टीम के पक्ष में नहीं हैं, उसने यहां जो पिछले पांच वनडे मैच खेले हैं उनमें से उसे केवल एक मैच में जीत मिली है.





