
Sarfaraz Khan Selection Controversy: साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ सीरीज के लिए इंडिया ए टीम में सरफराज खान को नहीं चुने जाने बाद बवाल मच गया है. राजनीति गलियारों में इसकी चर्चा होने लगी है और सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बाद कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर सवाल उठाए हैं. यहां तक कि उन्होंने इस मामले में टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर को भी घसीट लिया है. शमा ने गंभीर पर धार्मिक पूर्वाग्रह का आरोप लगाया है.
शमा मोहम्मद का गंभीर पर निशाना
शमा मोहम्मद ने ‘एक्स’ पर सवाल किया कि क्या सरफराज को उनके उपनाम के कारण नहीं चुना जा रहा है. कांग्रेस नेता की यह टिप्पणी बेंगलुरु में साउथ अफ्रीकी टीम के खिलाफ अक्टूबर-नवंबर में होने वाली सीरीज के लिए सरफराज को इंडिया ‘ए’ टीम में नहीं चुने जाने के बाद आई. शमा मोहम्मद ने गंभीर के भारतीय जनता पार्टी (BJP) में कार्यकाल का उल्लेख करते हुए कहा, ”क्या सरफराज खान को उनके उपनाम के कारण नहीं चुना गया है. बस पूछ रही हूं. हम जानते हैं कि गौतम गंभीर इस मामले पर कहां खड़े हैं.”
ओवैसी ने उठाए थे सवाल
सरफराज ने 56 फर्स्ट क्लास मैचों में प्रति पारी 65.19 के औसत के साथ इस फॉर्मेट के सबसे निरंतर बल्लेबाजों में से एक हैं. घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने और पिछले साल इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले सरफराज ने इस साल की शुरुआत में अपनी फिटनेस को ज्यादा बेहतर किया. उन्होंने लगभग 17 किलोग्राम वजन कम किया था. इसके बावजूद उनका सेलेक्शन नहीं हुआ तो ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रेसिडेंट असदुद्दीन ओवैसी ने नाराजगी जताई थी. उन्होंने एक्स पर लिखा था, ”सरफराज खान को इंडिया ए के लिए भी क्यों नहीं चुना गया?”
पहले भी विवादों में रहीं शमा
यह पहली बार नहीं है जब शमा मोहम्मद ने क्रिकेट पर अपने विचारों से विवाद खड़ा किया है. इससे पहले इस साल कांग्रेस नेता को रोहित शर्मा पर अपनी टिप्पणियों के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था. तब उन्होंने उन्हें ‘एक खिलाड़ी के लिए मोटा’ और भारत के इतिहास में ‘सबसे कम प्रभावशाली’ कप्तान कहा था. बाद में उन्होंने सफाई दी थी.
‘इसे राजनीतिक बनाने की जरूरत नहीं’
इस बीच उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के पूर्व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रज़ा ने आलोचकों पर बरसते हुए भारतीय क्रिकेट में चयन के फैसलों को राजनीतिक न बनाने का आग्रह किया. उन्होंने इंडिया टुडे से कहा, “इसे राजनीतिक बनाने की जरूरत नहीं है. इन तथाकथित मुस्लिम नेताओं द्वारा क्रिकेटरों के भविष्य के साथ खेला जा रहा है. शमी खेलते हैं, सिराज खेलते हैं. यह अनुचित है.”