
अलीगढ़ में सोमवार की देर रात सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां फुफेरे भाई बंटी ने अपने मामा के लड़के देवराज उर्फ देवू को पहले गोली मारी, फिर फरसे से गला काटकर हत्या कर दी। जांच में सामने आया है कि देर रात को 12 बजे तक देवराज और उसका ममेरा भाई बंटी दारू पार्टी करते रहे।
बाद में किसी बात पर विवाद हुआ। इस दौरान बंटी ने देवराज की पीठ में गोली मार दी। इतना ही नहीं फरसे से गर्दन काट डाली। शरीर पर छह से ज्यादा वार फरसे के थे। गोली की आवाज सुनकर बंटी की पत्नी और बेटियां जब दूसरी मंजिल पर पहुंची तो वहां देवू उर्फ देवराज का खून से लथपथ शव पड़ा था।
बंटी की बेटी ने रात में ही पुलिस को फोन करना चाहा तो उसने रोक दिया। सुबह पहले नहाया, पूजा की, टीका लगाया और फिर बेटी से कहा कि अब पुलिस को बुला लो। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बंटी को फरसे और तमंचे के साथ गिरफ्तार कर लिया।
जघन्य हत्या की यह सनसनीखेज वारदात हरदुआगंज थाना क्षेत्र के गांव रहसूपुर की है। इस गांव निवासी पैंतीस वर्षीय बंटी खेती करता है। वह मूलतः बुलंदशहर जनपद के गांव कसूमी का रहने वाला है, लेकिन वहां की संपत्ति बेचकर ढाई साल पहले रहसूपुर गांव में अपनी ससुराल में बस गया था।
वह यहां अपनी दो बेटियों और पत्नी के साथ रहता है, उसने तीन मंजिला मकान बना रखा है। बंटी का ममेरा भाई विजयगढ़ के गांव भटोली निवासी देवराज यहां आता रहता था। सोमवार की रात को आठ बजे भी देवराज बंटी के घर पहुंचा था।
एसपी देहात अमृत जैन ने बताया कि परिवार वालों से पूछताछ में जो पता चला है, उसके मुताबिक देर रात 12 बजे तक दोनों ने शराब पी है। इसी बीच दोनों में कहासुनी हुई और बंटी ने देवराज की हत्या कर दी। मंगलवार की सुबह बंटी की 15 वर्षीय बेटी गुड्डो ने कंट्रोल रूम को फोन कर जानकारी दी थी कि उसके पिता ने हत्या कर दी है।
पुलिस पहुंची तो बंटी ममेरे भाई की लाश के पास ही बैठा था। सीओ राजीव द्विवेदी के अनुसार, अभियुक्त बंटी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि पहासू हत्याकांड में उसे फर्जी फंसाया गया था, जिसमें जेल से बाहर आने के बाद से मृतक पक्ष के लोग उसकी हत्या कराना चाहते थे, देवू भी उनसे मिल गया था और उनके लिए रेकी कर रहा था। इस कारण देवू को ही मार डाला। हालांकि, पुलिस अधिकारियों को बंटी के बयान हजम नहीं हो रहा है।
तमंचा फरसा पास में रखकर बैठा रहा
अपने ममेरे भाई देवराज की हत्या करने के बाद बंटी रात भर लाश के पास बैठा रहा। एक किनारे तमंचा रखा था तो दूसरी साइड में फरसा। कमरे में खून फैला हुआ था। उसके कपड़े भी खून से सन गए थे, जो पुलिस ने बाद में बरामद किए हैं। बंटी ने देवराज की हत्या क्यों की है, इस बारे में न तो परिवार वालों को कोई जानकारी थी और न ही पूछताछ के बाद पुलिस कुछ साफ कर सकी है।
पिता बोले- बंटी ने उधार ले रखे थे पांच लाख
देवराज के पिता हरीपाल सिंह ने बताया कि बंटी ने उनके बेटे से पांच लाख रुपये मकान बनवाने के लिए डेढ़ साल पहले उधार लिए थे, लेकिन वापस नहीं कर रहा था। जबकि देवराज आए दिन चक्कर लगा रहा था। बीते दिन भी वह रुपये लेने के लिए ही आया था। इसी बात पर बंटी ने उसकी हत्या की है। देवराज ने पहले भी बताया था कि रुपये मांगने पर बंटी उसे धमकी देता है।
हत्या में 14 साल की जेल काट चुका है बंटी
क्षेत्राधिकारी अतरौली राजीव द्विवेदी ने बताया कि लगभग 17 साल पहले पहासू थाना क्षेत्र के गांव कसूमी में एक बालक के नामकरण समारोह में एक युवक राजा की हत्या हो गई थी। यह मामला काफी चर्चित था, इसकी हत्या में बंटी जेल गया था। उसे सजा भी हुई थी, जिसमें 14 साल जेल में रहने के बाद वह बाहर आ गया था।
फेफड़े के पार निकल गई पीठ से घुसी गोली
पोस्टमार्टम के दौरान गोली तलाशने के लिए शव का एक्स-रे कराया गया तो गोली नहीं मिली। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों के अनुसार गोली पीठ के हिस्से से निकलते हुए फेफड़े को फाड़ते हुए बाहर निकल गई थी। इसके अलावा धारदार हथियार से गला पूरी तरह कट चुका था। चेहरे और होंठ पर भी कटे का निशान था। शरीर पर कई हल्के निशान थे, जो संभवत उसके बचने की कोशिश करने के दौरान आए होंगे।