
नई दिल्ली: जंगल में लकड़ी बीनने गई एक 25 साल की विवाहिता और उसकी 14 साल की नाबालिग भतीजी के साथ 7 नवंबर की दोपहर झारखंड के तीन युवकों ने सामूहिक बलात्कार किया. घटना के बाद आरोपियों ने दोनों को जान से मारने की धमकी दी. डर और अपमान से त्रस्त होकर उसी रात विवाहिता ने घर लौटते ही फांसी लगा ली.
अगले दिन (8 नवंबर) को उसका शव कोठरी में लटकता मिला. पति जबलपुर में मजदूरी करने गया था. लौटकर उसने बिना कुछ पूछे अंतिम संस्कार कर दिया. बाद में जब नाबालिग भतीजी से बात हुई तो उसने पूरी वारदात बता दी. परिजनों ने तुरंत सनावल थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने न तो FIR दर्ज की और न ही कोई कार्रवाई की.
नाराज परिजनों ने नवंबर में रायपुर रेंज IG से शिकायत की. IG के आदेश पर जब जांच हुई तो नाबालिग के साथ गैंगरेप की पुष्टि हुई. ये खबर आप गज़ब वायरल में पढ़ रहे हैं। इसके बाद दो अलग-अलग FIR दर्ज की गईं. पुलिस की घोर लापरवाही सामने आने पर IG ने सनावल थाने के ASI को तत्काल निलंबित कर दिया और थाना प्रभारी SI को लाइन अटैच कर दिया.
आरोपी झारखंड के कुसुमियादामर गांव के सैयद अली (21 वर्ष), फैयाज अंसारी (22 वर्ष) और सोनू अंसारी (30 वर्ष) बताए जा रहे हैं. अभी तक तीनों फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है. यह मामला पुलिस की संवेदनहीनता और देरी से कार्रवाई का भी गंभीर उदाहरण बन गया है. घटना के बाद स्थानीय लोगों में भयंकर गुस्सा है.



