आसाराम के आश्रम में रहता था शख्स, ले जा रहा था ₹1.02 करोड़ कैश, पुलिस ने पूछा हिसाब… और उड़ गए होश!!


Ahmedabad News: पुलिस ने जब आरोपी से पैसों के बारे में पूछताछ की, तो वह कोई दस्तावेज या सबूत नहीं दिखा सका. जांच में सामने आया कि आरोपी के पास उन पैसों का कोई हिसाब-किताब या रसीद नहीं थी. जब बार-बार पूछताछ की गई तो आरोपी के बयान उलझते चले गए. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 106 के तहत मामला दर्ज किया.

गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान शमशेर बहादुर के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया जा रहा है. लेकिन जो बात सबसे चौंकाने वाली थी, वह यह कि वह अहमदाबाद के आसाराम आश्रम में रह रहा था. इस खुलासे के बाद पुलिस अब जांच कर रही है कि क्या नकदी का कोई संबंध आश्रम या किसी अन्य संगठन से है. रामोल पुलिस ने बताया कि यह पूरी कार्रवाई एक रूटीन चेकिंग ऑपरेशन के दौरान हुई थी. दिवाली के वक्त नकदी के अवैध लेन-देन की आशंका को देखते हुए पुलिस ने कई वाहनों की तलाशी ली थी. उसी दौरान यह बड़ी रकम बरामद हुई. पुलिस का कहना है कि उन्होंने पैसे जब्त कर लिए हैं और अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को इसकी जानकारी दी गई है.

पूछताछ में मिले कई अहम सुराग
सूत्रों के मुताबिक आरोपी से पूछताछ के दौरान पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं. शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि वह पिछले कुछ महीनों से शहर के अलग-अलग इलाकों में घूम रहा था और कुछ लोगों से पैसों के लेन-देन में जुड़ा हुआ था. फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर इतनी बड़ी नकदी वडोदरा से अहमदाबाद क्यों लाई जा रही थी.

कानूनी कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है. जांच अधिकारी के अनुसार यदि वह इस नकदी का वैध स्रोत नहीं बता सका, तो उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत भी कार्रवाई की जा सकती है. वहीं आश्रम से जुड़े कुछ लोगों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि मामले की असल सच्चाई सामने आ सके.

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