
ओडिशा के कंधमाल जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है. यहां एक विधवा मां की जान केवल इसलिए चली गई क्योंकि अस्पताल तक जाने के लिए सही सड़क नहीं थी और समय पर एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकी. शव को कंधे पर उठाकर मृतका की बेटी को करीब 8 किलोमीटर पैदल ले जाना पड़ा. यह घटना कंधमाल जिले के तुमुड़ीबन्ध ब्लॉक के मुण्डीगढ़ पंचायत के डुमेरिपड़ा गांव की है.
मृतका की पहचान 48 वर्षीय बलमाडु माझी के रूप में हुई है. जानकारी के मुताबिक, बलमाडु माझी अपने घर के अंदर सो रही थीं, तभी देर रात एक जहरीले सांप ने उन्हें काट लिया. परिजनों को शक हुआ कि यह सांप का काटना है. घबराए परिवार ने तुरंत एम्बुलेंस को बुलाने की कोशिश की, लेकिन गांव तक सही सड़क न होने के कारण एम्बुलेंस वहां तक पहुंच ही नहीं पाई.
इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ा
एम्बुलेंस न पहुंचने की वजह से बेटी और गांव वालों ने मिलकर महिला को कंधे पर उठाया और करीब 8 किलोमीटर पैदल चलकर मुख्य सड़क तक पहुंचे. इसके बाद उन्हें तुमुड़ीबन्ध मेडिकल ले जाया गया. तुमुड़ीबन्ध मेडिकल में प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने महिला को तुरंत बालिगुड़ा मेडिकल रेफर कर दिया, लेकिन देर हो चुकी थी. इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया.
पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच
घटना के बाद तुमुड़ीबन्ध थाना पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने बालिगुड़ा पहुंचकर शव को जब्त किया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है कि किन परिस्थितियों में यह घटना हुई और क्या सही समय पर मदद पहुंच सकती थी. इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आज भी कई गांवों तक सड़कें क्यों नहीं हैं.
अगर समय पर एम्बुलेंस पहुंच पाती तो शायद एक मासूम परिवार अपनी मां को नहीं खोता. गांव में जल्द से जल्द सड़क बनाई जानी चाहिए, ताकि भविष्य में किसी की जान ऐसे न जाए.
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