सेहत के लिए वरदान है हल्दी! आयुर्वेद में इसके फायदों का है जिक्र; इन बीमारियों से करता है बचाव!


Turmeric Ayurvedic Benefits: हल्दी हमारे किचन का सबसे जरूरी मसाला है. यह न केवल खाने को स्वाद और रंग देने का काम करती है, बल्कि सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है. आयुर्वेद के अनुसार, इसे लाइफ सेविंग मेडिसिन भी माना गया है. औषधीय गुणों से भरपूर हल्दी सेहत के लिए वरदान है. हल्दी को दलाइयों में भी इस्तेमाल किया जाता है. इस खबर में हम आपको हल्दी के फायदों के बारे में बताएंगे.

हल्दी के गुण
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नाम का तत्व इसे एक नेचुरल एंटीबायोटिक और नेचुरल स्टेरॉयड बनाता है. करक्यूमिन में मौजूद गुण इसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी बनाते हैं, जिससे यह शरीर में अनेक बीमारियों से बचाव करती है.

दवाइयों के लिए हल्दी का इस्तेमाल
रिसर्च बताते हैं कि काली मिर्च के साथ सेवन करने पर करक्यूमिन का एब्जॉर्बशन शरीर में दो हजार गुना तक बढ़ जाता है. यही कारण है कि हल्दी को दवाइयों में भी प्रमुखता से प्रयोग किया जाता है.

मेंटल हेल्थ के लिए हल्दी के फायदे
हल्दी का सेवन मेंटल हेल्थ के लिए भी लाभकारी है. यह ब्रेन में सेरोटोनिन और डोपामाइन हार्मोन को बढ़ाकर मूड को अच्छा बनाती है तथा चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याओं को कम करने में मददगार होती है. कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से लड़ने में भी हल्दी कारगर है, क्योंकि करक्यूमिन कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकने में मदद करती है.

गठिया और ज्वाइंट के लिए हल्दी के फायदे
इसके अलावा यह गठिया और ज्वाइंट पेन को कम करने वाली नेचुरल पेनकिलर भी है. हल्दी हार्ट के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि यह आर्टरिज में ब्लॉकेज बनने से रोकती है और हार्ट अटैक के खतरे को कम करती है.इसके रेगुलर इनटेक से यह पाचन को मजबूत बनाती है और शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाती है.

स्किन केयर में हल्दी का इस्तेमाल
हल्दी का सेवन आपकी सुंदरता के लिए भी वरदान है. यह स्किन की रंगत निखारती है, दाग-धब्बे दूर करती है और एंटी-एजिंग गुणों के कारण झुर्रियों को रोकती है. यही कारण है कि इंडियन ट्रेडिशन में शादी से पहले हल्दी का लेप लगाने की रस्म की जाती है.

आयुर्वेद में हल्दी का इस्तेमाल
आयुर्वेद में हल्दी का खास महत्व बताया गया है. इसे सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ, दूध में मिलाकर या शहद के साथ लेने की सलाह दी जाती है. खासतौर से हल्दी वाला दूध, जिसे गोल्डन मिल्क कहा जाता है, सर्दी-जुकाम, खांसी और थकान जैसी समस्याओं को दूर करने का बेहतरीन उपाय है. हल्दी और शहद का मिश्रण खांसी में तुरंत आराम देता है. हल्दी, अदरक और तुलसी का काढ़ा प्रतिरोधक क्षमता कोबढ़ाने में भी प्रभावी है.

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